Scam Worth Lakhs In Roadways: उत्तरप्रदेश के लखनऊ में कैसरबाग स्थित अवध बस डिपो के बैग कक्ष से 10 गड्डी टिकट गायब हो गए। गायब हुए टिकटों की कीमत छह लाख रुपए बताई जा रही है। सरकारी विभागों का भ्रष्टाचार कम नहीं होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामला परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के विभाग से मिला, जहां कैसरबाग स्थित अवध बस डिपो के बैग कक्ष से 10 गड्डी टिकट गायब हो गए। रोडवेज बसों के टिकट घोटाले मामले में शामिल विभाग के 3 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
मार्केट में गायब हुए टिकट की कीमत छह लाख रुपए है। टिकट घोटाले मामले में विभाग की एक महिला कर्मचारी को नोटिस भी दी गई है। बताया जा रहा है कि इसमें एक टिकट की कीमत 351 रुपए है। एक गड्डी में 50 टिकट होते है। इस पूरे मामले में बस परिचालक दिनेश कुमार श्रीवास्तव और अनुज मिश्रा के अलावा लिपिक राजेश श्रीवास्तव को भी निलंबित कर दिया गया है। आगे की जांच जारी है।
10 गड्डी टिकट गायब
एक गड्डी में 50 टिकट होते हैं। 10 गड्डी टिकट गायब हुए है। एक टिकट की कीमत 351रुपए है, ऐसे में गायब टिकट लगभग 6 लाख के है। जांच में अभी तक गायब हुए टिकटों के गड्डी बरामद नहीं हुई है। जांच के दौरान पता चला कि टिकट घोटाला मामला एक महीने पुराना है। इस मामले में आरोपियों का मामला एक महीने तक दबाया गया था। एक महीने बाद रजिस्ट्रर की जांच शुरू हुई। जांच पहले विभाग के लेखाकार को सौंपी गई थी। लेकिन सितंबर के शुरुआत में इस मामले का जांच शुरू की गई, जांच के दौरान रोडवेज बसों के टिकट घोटाले मामले में शामिल 3 आरोपी कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
टिकट बिक्री कम होने पर घोटाले का पता चला
एआरएम सत्य नारायण चौधरी ने बताया कि बस में यात्री टिकटों की बिक्री कम होने की बात सामने आई। टिकट घोटाले होने की आंशका में टिकट जारी करने वाले रजिस्ट्रर की जांच शुरू हुई, जिसमें साढ़े छह लाख रुपए के टिकटों के दस गड्डी गायब होने बात सामने आई है। जबकि क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक दो बस कंडक्टर और एक लिपिक को निलंबित किया गया है। वहीं मधु श्रीवास्तव को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।