उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो हत्या को रोड एक्सीडेंट का रूप देकर मरने वाले व्यक्ति की बीमा पॉलिसी का पैसा हड़प लेते हैं। संभल पुलिस ने रविवार को इस गिरोह के 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि इस गैंग के लोग गरीब और अनपढ़ लोगों को अपना निशाना बनाते हैं। संभल में साल 2022 में सलीम और 2023 में अमन की मौत के पीछे भी इसी गिरोह का हाथ बताया जा रहा है। पुलिस ने 7 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
UP के जिला संभल में 29 जुलाई 2022 को सलीम और 15 नवंबर 2023 को अमन की हत्या हुई। दोनों मामलों को ऐसा रूप दिया गया कि वो रोड एक्सीडेंट लगे। पुलिस ने भी एक्सीडेंट मानकर फाइल बंद कर दी थी। मरने से पहले सलीम के नाम 88 लाख और अमन के नाम पर 2.70 करोड़ रुपए की कई बीमा पॉलिसी हुई थीं।
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— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) May 11, 2025
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बीमा पॉलिसी गैंग का पर्दाफाश
हाल ही में एक पुलिस जांच के दौरान पता चला कि जिले में एक ऐसा गैंग सक्रिय है जो पहले तो जिंदा लोगों की कई अलग-अलग तरह की बीमा पॉलिसी बेचता है। इसके कुछ समय बाद ही रोड एक्सीडेंट का रूप देकर उनका मर्डर कर देता है। फिर एक्सीडेंट क्लेम डालकर लाखों-करोड़ों रुपये का बीमा हड़प लेता है। इस गैंग के निशाने पर गरीब और अनपढ़ लोग होते हैं। इन गैंग ने अब तक 9 हत्याओं को एक्सीडेंट का रूप दिया है और एक हत्या की प्लानिंग कर रहे थे। संभल पुलिस ने आज 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान वेदप्रकाश, कमल सिंह, निर्देश कुमार, उदयभान सिंह, प्रेमशंकर, सुनील कुमार और ओमप्रकाश के रूप में हुई है।
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हत्या को दिया रोड एक्सीडेंट का रूप
दरअसल, 29 जुलाई 2022 को हुई सलीम की हत्या और 15 नवंबर 2023 को हुई अमन की हत्या के मामलों को ऐसा रूप दिया गया कि वे रोड एक्सीडेंट जैसे लगे। इस गिरोह ने इन दोनों वारदात को इतनी सफाई से अंजाम दिया था कि पुलिस ने भी इस मामले को एक्सीडेंट मानकर फाइल बंद कर दी थी। मरने से पहले सलीम के नाम 88 लाख और अमन के नाम पर 2.70 करोड़ रुपये की कई बीमा पॉलिसी हुई थीं।