Gorakhpur News : गर्भवती की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को सत्यम हॉस्पिटल को सील कर दिया है। पुलिस ने सारे दस्तावेज, सीसीटीवी का डीवीआर जब्त कर जांच शुरू कर दी है। इस मामले में पुलिस ने संचालक को हिरासत में ले लिया है। एएसपी मानुष पारिकर, एसीएमओ डॉ. अनिल सिंह टीम के साथ जब सत्यम हॉस्पिटल पहुंचे तो उससे पहले संचालक, डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ हॉस्पिटल छोड़कर फरार हो गए। इस दौरान कोई भी मरीज भर्ती नहीं मिला।
सत्यम हॉस्पिटल को बचाता रहा विभाग
सत्यम हॉस्पिटल का विवाद कोई नया नहीं है। इससे पूर्व तीन बार हॉस्पिटल की शिकायत हो चुकी थी, लेकिन हर बार स्वास्थ्य विभाग वसूली के नाम पर उसे मोहलत देते गया। यही वजह है कि विभाग की लापरवाही से एक मरीज की जान चली गई। 18 नवंबर को एडी हेल्थ के निर्देश पर एसीएमओ डॉ. अनिल सिंह ने हॉस्पिटल की जांच की थी। उस वक्त तीन मरीज भर्ती होने की वजह से संचालक को एक दिन का समय दिया गया था। इसी क्रम में 13 दिसंबर को डीएम के निर्देश पर प्रशासन की टीम ने सत्यम हॉस्पिटल की जांच की थी। इस दौरान तीन गर्भवती व एक नवजात भर्ती था। जब गर्भवती की मौत हुई तब जाकर स्वास्थ्य विभाग नींद से जागा और कार्रवाई की।
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यह था मामला
गुलरिहा थाना क्षेत्र के जैनपुर के काजीपुर टोला निवासी रामदवन की पत्नी सोनावत की सत्यम हॉस्पिटल में बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मामले में रामदवन ने थाने में तहरीर देकर संचालक और चिकित्सक पर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। मामले में पुलिस ने संचालक रंजीत निवासी जैनपुर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जिसके नाम लाइसेंस वह कर रहा पढ़ाई
सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि लाइसेंस लेकर अस्पताल में न बैठने वाले डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाकर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि ऐसे अस्पतालों की सूची जल्द से जल्द तैयार कर इसकी रिपोर्ट कार्यालय को सौंपे। बताया जा रहा है कि जिसके नाम से सत्यम अस्पताल का लाइसेंस था, वह अभी बाहर रहकर पढ़ाई कर रहा है।
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