Noida News: नोएडा की हवा में प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो गया है. शनिवार को शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रेड जोन में पहुंच गया और 324 दर्ज किया गया. इस स्थिति के साथ नोएडा देश का दूसरा और एनसीआर का पहला प्रदूषित शहर रहा. वहीं, ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 270 दर्ज किया गया, जो ऑरेंज जोन में आता है.
हवा में घुला जहर, स्वास्थ्य पर मंडराया खतरा
प्रदूषण स्तर बढ़ने से हवा में पीएम 2.5 और पीएम 10 कणों की मात्रा तेजी से बढ़ी है, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है. चिकित्सकों का कहना है कि इस स्तर पर प्रदूषण अस्थमा, खांसी, सांस फूलने, आंखों में जलन और फेफड़ों की बीमारियों को बढ़ा सकता है. सुबह और शाम के समय धुंध इतनी घनी है कि आसमान तक धुंधला दिख रहा है.
रेड जोन में पहुंचे नोएडा के तीन सेक्टर
नोएडा के तीन प्रमुख सेक्टरों में बने सब-स्टेशनों पर भी एक्यूआई रेड जोन में दर्ज हुआ. सेक्टर-125 में 360, सेक्टर-1 में 318 और सेक्टर-116 में 373 एक्यूआई दर्ज किया गया. वहीं, सेक्टर-62 में एक्यूआई 259 और ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-3 व 5 में 264 और 278 एक्यूआई दर्ज किए गए.
पांच सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल रहा नोएडा
शनिवार को देश के पांच सबसे प्रदूषित शहरों में नोएडा दूसरे स्थान पर रहा. पहले स्थान पर फतेहाबाद रहा, यहां का एक्यूआई 329 दर्ज किया गया जबकि नोएडा का एक्यूआई 324 रहा. इसके अलावा धरूहेड़ा का 307, पानीपत का 306, गाजियाबाद का 298, दिल्ली का 292, ग्रेटर नोएडा का 270, गुरूग्राम का 234 और फरीदाबाद का 198 एक्यूआई दर्ज किया गया.
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