Greater Noida News: त्योहारी सीजन में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लाखों लोगों को पीने के पानी की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. गंगाजल की मुख्य लाइन के रखरखाव कार्य के चलते 4 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक इन इलाकों में गंगाजल की आपूर्ति पूरी तरह से ठप रहेगी. ऐसे में दीपावली तक जल संकट की स्थिति बनी रह सकती है.
क्यों बंद रहेगी गंगाजल की आपूर्ति ?
हर साल बारिश के बाद गंगाजल परियोजना से जुड़े देहरा, गंगनहर, पालड़ा और बुलंदशहर में सिल्ट (कीचड़-मिट्टी) जमा हो जाती है, जिसे साफ करने के लिए एनजीओ और सिंचाई विभाग द्वारा रखरखाव कार्य किया जाता है. यह प्रक्रिया जरूरी है ताकि गंगाजल की गुणवत्ता बनी रहे, लेकिन इसके चलते नोएडा को मिलने वाले लगभग 200 एमएलडी और ग्रेटर नोएडा को मिलने वाले 100 एमएलडी पानी की आपूर्ति रुक जाएगी.
जल संकट से निपटने की तैयारी
नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने दावा किया है कि जल संकट को टालने के लिए पूरी तैयारी की जा चुकी है. ट्यूबवेल और रैनीवेल स्रोतों से वैकल्पिक आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है. ग्रेटर नोएडा के जैतपुर जलाशय में 40 एमएलडी का बफर स्टॉक तैयार है.
जरूरत पड़ने पर टैंकरों से आपूर्ति
ट्यूबवेल की उत्पादन क्षमता मांग से काफी अधिक है. वरिष्ठ प्रबंधक जल राजेश कुमार का कहना है कि ट्यूबवेल से होने वाली आपूर्ति, गंगाजल की कमी को पूरा कर देगी. जहां किल्लत होगी, वहां टैंकर भेजे जाएंगे. प्राधिकरण टीम पूरी तरह से सतर्क है और इस पर नजर बनाए हुए है.
कितने लोग होंगे प्रभावित ?
गंगाजल आपूर्ति बाधित होने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के करीब 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो सकते हैं. विशेषकर ऊंची इमारतों, नई हाउसिंग सोसायटियों और औद्योगिक क्षेत्रों में पानी की किल्लत ज्यादा महसूस की जा सकती है.
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