Bareilly: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बरेली (Bareilly) की दरगाह आला हजरत (Dargah Ala Hazrat) ने मुस्लिम युवाओं और महिलाओं के लिए फतवा (Fatwa) जारी किया है। गैर-इस्लामिक कार्यों से प्रेम संबंधों में शामिल होने और गैर-मुस्लिम लड़कियों से शादी करने के दौरान अपनी पहचान छिपाने के लिए फतवा जारी किया है।
इसके अलावा एक और फतवा जारी किया गया है। इसमें पुरुषों को हेयर ट्रांसप्लांट कराने, महिलाओं को अपनी भौंहों (आईब्रो) और बालों को सेट करने से मना किया गया है। कहा गया है कि इस तरह की प्रथाएं शरीयत के खिलाफ हैं।
पहचान छिपाना और लड़कियों से प्यार करना हराम
सुन्नी मुसलमानों के बरेलवी संप्रदाय के सबसे प्रतिष्ठित तीर्थस्थलों में से एक दरगाह आला हजरत से संचालित होने वाले संगठन दारुल इफ्ता की ओर से जारी फतवे में मुस्लिम युवाओं द्वारा अपनी पहचान छिपाने और लड़कियों से प्यार करने को हराम करार दिया गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक यह फरमान बाराबंकी के डॉक्टर मोहम्मद नदीम की ओर से लव जिहाद के बढ़ते मामलों के आरोपों पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में जारी किया गया है।
कड़ा, कलावा-तिलक लगाकर सोशल मीडिया पर हैं मुस्लिम युवा
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि मामले को लेकर बरेली से फतवा जारी किया गया है। उन्होंने रविवार को मीडिया से कहा कि युवा मुस्लिम लड़के गैर-इस्लामिक कृत्यों में शामिल हो रहे हैं। गैर-मुस्लिम लड़कियों के साथ प्रेम संबंधों में आकर शादी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इन गैर इस्लामिक कामों में हाथ में कड़ा और कलावा पहनना, तिलक लगाना और पहचान छिपाकर सोशल मीडिया पर गैर मुस्लिम लड़कियों से बात करना शामिल है। इसे लेकर फतवा जारी किया गया है।
साथ ही 3 मार्च को एक और फतवा जारी किया गया था। इसमें महिलाओं को अपनी भौहें और बाल सेट करने से मना किया गया है। इसके अलावा पुरुषों को हेयर ट्रांसप्लांट की मनाही की गई है।