UP Assembly Monsoon Session 2023: आज से उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। परंपरा के सत्र के पहले दिन आज पिछले सत्र के बाद दिवंगत हुए सभी पूर्व विधायक और पार्षदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और दो मिनट का मौन रखा जाएगा। यूपी विधानसभा मानसून सत्र के पहले दिन आज पूर्व विधायक अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उनके भाई पूर्व विधायक अशरफ समेत 10 पूर्व विधायक शामिल हैं।
इससे पहले संसद के मानसून सत्र के पहले दिन 20 जुलाई को लोकसभा में भी पूर्व सांसद रहे अतीक अहमद को श्रद्धांजलि दी गई थी। आपकों बात दें कि अतीक अहमद प्रयागराज से पांच बार विधायक और एक बार सांसद रहे चुके हैं। पिछले 15 अप्रैल 2023 को अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की पुलिस रिमांड के दौरान अस्पताल ले जाते समय में तीन बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस बीच यूपी विधानसभा मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। वहीं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि विधान सभा की कार्यवाही तय नियम के मुताबिक ही होंगे और इसके लिए नए नियम भी तय किए गए हैं। जिनको इसी सत्र में विधानसभा में पेश किया जाएगा। आपको बता दें कि उत्तर पदेश विधानसभा इस बार एक नए लुक में दिखेगा। इसमें डिजिटल स्क्रीन के साथ ही वेल मेंटेन किए गए कमरे, कॉन्फ्रेंस हॉल, नए रास्ते होंगे।
बताया जा रहा है कि सत्र के दौरान विधानसभा और विधान परिषद में विपक्ष और सरकार के बीच में तकरार देखने को मिल सकती है। विपक्ष जहां विभिन्न मुद्दों पर एक दूसरे को घेरने की तैयारी में है, तो सत्तापक्ष जवाब देने की रणनीति बनाई है। दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे पर सियासी हमले के लिए पूरी तरह से तैयारी है।
बताया जा रहा है कि मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के अलावा कांग्रेस और बीएसपी जहां टमाटर के बढ़ते दाम, महंगाई, कानून-व्यवस्था और आवारा पशु के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे, वहीं सत्ता पक्ष विकास के मुद्दे पर पर विपक्षी दलों पर पलटवार करने की पूरी तैयारी में है।
इससे पहले रविवार को बीजेपी ने मानसूत्र के दौरान अपनी रणनीति को धार देने के लिए विधान सभा और विधान परिषद के अपने सहयोगी दलों के सदस्यों के साथ बैठक भी की। बताया जा रहा है कि इस बैठक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, बीजेपी प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह भी मौजूद रहे। इस दौरान बैठक में मौजूद सभी नेताओं ने कहा कि राज्य और केंद्र की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में सभी सदस्य जनता की सेवा के लिए हैं और विधानमंडल की कार्यवाही में सभी सदस्यों को सहयोग करना चाहिए। उन्होंने विपक्ष के हंगामे का जवाब देने के लिए सदस्यों से मुलाकात करने की भी अपील की। उन्होंने विधायकों के आवास की सुरक्षा को बढ़ाने का भरोसा दिया और जरूरत पड़ने पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा, राज्य के सूखाग्रस्त जिलों की स्थिति पर भी सदन में सदस्य अपनी बात कह सकेंगे। विधायक निधि पर जीएसटी को हटाने की मांग पर भी विचार किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी भरोसा दिया कि विधायकों के आवास की सुरक्षा को बढ़ाया जाएगा और उन्होंने कहा कि अब वे सभी 80 सीटों पर विजयी होंगे। सभी दलों के साथ सभी सदस्यों को मिलकर केंद्र की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने की जरूरत है। इस बैठक में भाजपा के साथ ही सहयोगी अन्य दलों के नेता भी उपस्थित थे।
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