Mathura Banke Bihari Temple Tahkhana:मथुरा के प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर का तहखाना दूसरे दिन फिर से खोला गया है. पहले दिन बर्तन, लकड़ी का सिंहासन और कुछ बक्से मिले थे, लेकिन कोई बड़ा रहस्य उजागर नहीं हुआ. वहीं, दूसरे दिन कई हैरान करने वाली चीजें मिली हैं. मथुरा के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के तहखाने को दूसरे दिन दोबारा खोला गया है. पहले दिन ठाकुर मंदिर के तहखाने को खोला गया, तो वहां काफी ज्यादा हलचल देखने को मिली. एक तरफ जहां गोस्वामी समाज ने इसका विरोध किया तो दूसरी तरफ तहखाना में कमेटी को और जांच टीम को कुछ भी हाथ नहीं लगा.
बांके बिहारी मंदिर के खजाने की हो सीबीआई जांच
श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर केस के मुख्ययाचिका कर्ता दिनेश फलाहारी महाराज ने मुख्यमंत्री योगी जी को पत्र लिख दिया है और उन्होंने मांग की है कि पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच हो , दिनेश फलाहारी के पत्र से संपत्ति लूटने वाले माफियाओं में हड़कंप मच गया है, जिन लोगों ने मंदिर की संपत्ति पर अवैध कब्जा कर लिया है वह बहुत ही चिंतित हो जाएंगे. यदि सीबीआई की जांच हो गई तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. आपको बता दे कि यह वही दिनेश फलाहारी महाराज है जिन्होंने तीन वर्ष पहले संकल्प ले रखा है कि जब तक कृष्ण मंदिर मथुरा से मस्जिद नहीं हटेगी , तब तक वह भोजन नहीं करेंगे, और नंगे पैर ही रहेंगे।
बड़ी संख्या में लोग और पुलिस मौके पर मौजूद
अब देखना ये होगा कि आज तहखाने में क्या-क्या हाथ लगता है. कल बड़ी संख्या में लोग और पुलिस मौके पर मौजूद रही. पहले दिन तहखाना खोला गया तो उसमें कुछ बर्तन, लकड़ी का सिंहासन और बक्से मिले हैं, जिनमें कुछ बर्तन भक्तों के थे. समय कम रहने के चलते ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के तहखाने को बंद कर दिया गया था और उसकी जांच की प्रक्रिया आगे के लिए बढ़ा दी गई थी. लेकिन देर रात को हुए आदेश के बाद 19 अक्टूबर यानी आज एक बार फिर तहखाना खोला है.
पहले क्यों रुक गई थी तहखाने की जांच?
अब देखना यह होगा कि जो तहखाना कल यानी शनिवार को सील लगाकर बंद कर दिया गया था. आज उसमें से क्या निकलेगा और कौन से रहस्य से पर्दा उठेगा यह देखने वाला पल होगा. कमेटी के गोस्वामी सदस्य ने बताया कि मंदिर खुलने का समय हो गया था. जिसके चलते जांच को वहीं छोड़ दिया गया, लेकिन आज दोबारा जांच शुरू की जाएगी. खजाने की तलाशी के दौरान 4.30 फीट लंबी एक सोने की छड़ी, तीन चांदी की छड़ी, दो तांबे के सिक्के और तीन-चार नग मिले हैं.
तहखाना खुलने के विरोध में गोस्वामी समाज
तहखाना के अंदर अभी कुछ बक्से रहे हैं, उन्हें खोलना बाकी है. इनमें से जो भी निकलेगा उन्हें सभी के सामने प्रस्तुत किया जाएगा. साथ ही कोशिश रहेगी कि समय रहते सारी प्रक्रिया पूरी हो जाए. वहीं दूसरी तरफ गोस्वामी समाज में तहखाना खोलना को लेकर काफी आक्रोश व्याप्त है. उनका कहना था कि बांके बिहारी मंदिर का तहखाना खुलना नहीं चाहिए, लेकिन बावजूद यह खोल दिया गया है. जहां सोने चांदी और आभूषणों की बात की जा रही थी वहां कुछ भी हाथ नहीं लगा है.










