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फर्रुखाबाद सीट पर सपा प्रत्याशी का विरोध, सलमान खुर्शीद का टिकट कटने के बाद क्या है चुनावी समीकरण?

Lok Sabha Election 2024 : देश में कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने वाला है। उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस के बीच एक साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, लेकिन कुछ सीटें सपा के पाले में जाने से कांग्रेस के नेता नाराज हैं। आइए जानते हैं कि फर्रुखाबाद सीट पर क्या है चुनावी समीकरण।

Edited By : Deepak Pandey | Updated: Mar 10, 2024 23:41
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Salman Khurshid
Salman Khurshid

Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति बन गई है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस 63:17 के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के पास यूपी में अपने बड़े नेताओं को देने के लिए ज्यादा सीटें नहीं हैं। इसे लेकर कांग्रेसी नेताओं के बगावती तेवर नजर आ रहे हैं। फर्रुखाबाद सीट सपा के पास है, जहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद चुनाव लड़ना चाहते थे। उनके पक्ष में मौलाना और मुस्लिम समुदाय के लोग खड़े हैं। आइए जानते हैं कि फर्रुखाबाद सीट पर सलमान खुर्शीद का टिकट कटने के बाद क्या चुनावी समीकरण बन रहा है।

इंडिया गठबंधन में सलमान खुर्शीद को फर्रुखाबाद से उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर मौलानाओं और मुस्लिम धर्म गुरुओं ने एक बैठक की, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। इस दौराना मौलानाओं ने सपा मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज हम लोग भारत की राजनीति से मुस्लिम नेताओं को दरकिनार करने की कोशिश के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने के लिए एकत्रित हुए हैं।

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मुस्लिम समुदाय ने अखिलेश पर साधा निशाना

उन्होंने कहा कि मुस्लिम के 22 प्रतिशत वोट अखिलेश यादव लेना चाह रहे हैं और हमारे समाज के नेता को चुनाव में लाना नहीं चाहते हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में पूरे प्रदेश में डर और भय की लहर चलाई कि भाजपा रोकना है और आपने हमारा वोट 22 फीसदी वोट ले लिया। आपकी राजनीति तरीके और विजन मिशन मजूबत नहीं था, इसलिए आप हार गए। मुस्लिम समुदाय ने फर्रुखाबाद से सलमान खुर्शीद को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग की।

सपा ने नवल किशोर शाक्य को बनाया उम्मीदवार

अखिलेश यादव ने फर्रुखाबाद लोकसभा सीट से डॉ. नवल किशोर शाक्य को मैदान में उतारा है। सपा के पाले में फर्रुखाबाद सीट जाने के बाद सलमान खुर्शीद ने कहा कि टूट सकता हूं, लेकिन झुक नहीं सकता हूं। सलमान खुर्शीद ने अबतक दो बार 1991 और 2009 में फर्रुखाबाद सीट से चुनाव जीता था। इसे बाद वे साल 2014 और 2019 में चुनाव हार गए।

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क्या है फर्रुखाबाद सीट का चुनावी समीकरण 

सलमान खुर्शीद का टिकट कटने के बाद मुस्लिम समुदाय एकजुट हो गया है। ऐसे में सपा के उम्मीदवार डॉ. नवल किशोर शाक्य की लड़ाई आसान नहीं रहने वाली है, क्योंकि फर्रुखाबाद में मुस्लिम की आबादी 40 प्रतिशत है और उनकी पहली पसंद प्रत्याशी के तौर सलमान खुर्शीद हैं। वहीं, भाजपा ने तीसरी बार मौजूदा सांसद मुकेश राजपुर को फर्रुखाबाद से चुनावी मैदान में उतारा है। ऐसे में सलमान खुर्शीद को प्रत्याशी न बनाए जाने पर  सपा उम्मीदवार के वोटों का ध्रुवीकरण हो सकता है।

First published on: Mar 10, 2024 11:16 PM

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