कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है और ऐसे में हर किसी को जाम की स्थिति देखने को मिल जाती है। इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने पहले ही रूट डायवर्जन के साथ-साथ एडवाइजरी तक जारी कर दी थी, लेकिन फिर भी कई लोगों को ट्रैफिक मिल रहा हे। जैसे की आपको पता है कल सोमवार है और ऐसे में आप दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद से जॉब करने अपने ऑफिस जा रहे हैं तो एक बार कौन सा रूट लेना है और कौन सा नहीं, आइए जान लेते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें, NH24, मथुरा रोड, जीटी रोड, वजीराबाद रोड, लोनी रोड, रिंग रोड, रोड नंबर 56, कालिंदी कुंज रोड, कश्मीरी गेट ISBT, रानी झांसी रोड, रिज रोड और धौला कुआं के रास्तों को कांवड़िए ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। जो लोग डेली आते-जाते हैं, उनके लिए दिक्कत होती है। इसलिए अगर आपको कहीं भी जाना है तो इसके लिए रूट डायवर्जन जरूर चेक करें।
गढ़मुक्तेश्वर में रूट डायवर्जन
पुलिस प्रशासन ने 25 जुलाई तक कांवड़ के चलते रूट डायवर्ट किया है। गढ़मुक्तेश्वर के अलग-अलग रास्तों से भोले भक्त आते हैं और फिर मेरठ के रास्ते गढ़ शहर, गजरौला के रास्ते ब्रजघाट, किठौर से अनूपशहर गंग नहर के रास्ते सिंभावली में एंट्री लेते हैं। अगले 2 से 3 दिनों में ज्यादा भीड़ देखने को मिलेगी। क्योंकि 23 जुलाई को शिवरात्रि का पावन पर्व है।
दिल्ली के रूट पर भी बदलाव
जो भक्त गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली में एंट्री लेंगे, वो Road No. 56, गाजीपुर राउंडअबाउट, NH 24, रिंग रोड और मथुरा रोड जाते हुए बदरपुर बॉर्डर से हरियाणा की तरफ चले जाएंगे। वहीं, नोएडा से आने वाले भक्तगण कालिंदी के रास्ते मथुरा रोड पर आएंगे और फिर बदरपुर से बाहर की तरफ जाएंगे।
नोएडा में भारी गाड़ियों का डायवर्जन
नोएडा में चिल्ला की ओर से आने वाले भारी गाड़ी अगर गाजियाबाद, हापुड़ या मुरादाबाद की तरफ जा रही हैं, तो उनको नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के जरिए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (Eastern Peripheral Expressway) का इस्तेमाल करना होगा। DND, दिल्ली-बदरपुर बॉर्डर और ओखला बैराज की ओर से आने वाली गाड़ियों को यही रास्ता लेने की सलाह दी गई है। NIB, मॉडल टाउन, छजारसी और ताज हाईवे जैसी जगहों से आने वाले ट्रैफिक को भी ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की तरफ किया गया है।
कुछ गाड़ियां बुलंदशहर,अलीगढ़ और सिकंदराबाद की तरफ से NH 91 के रास्ते होकर दिल्ली आ रही हैं, इनको भी ईस्ट पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की तरफ जाना पड़ेगा। परी चौक से कसना और सिकंदराबाद की तरफ से आने वाली गाड़ियों को सिरसा राउंडअबाउट की तरफ भेज रहे हैं। चिल्ला रेड लाइट से लेकर बर्ड सेंचुरी गेट तक की रोड पूरी तरह से बंद है। इस रास्ते पर गाड़ियों की कोई एंट्री नहीं है।
गाजियाबाद के कौन से रूट बंद
गाजियाबाद के 3 रास्तों पर बैन लगाया है। ये हैं मुरादनगर से तिला मोड़ तक, कदराबाद बॉर्डर से दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर तक, दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेसवे और NH-9 को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली बॉर्डर पर भी रोक लगाई गई है, जिसमें दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले लोगों को यहां से एंट्री नहीं मिलेगी। इनमें लोनी बॉर्डर, तुलसी निकेतन बॉर्डर, सीमापुरी बॉर्डर, आनंद विहार बॉर्डर शामिल हैं। तो अगर आपको गाजियाबाद जाना है, फिर आपको इसके लिए अन्य रास्ते देखने पड़ेंगे। क्योंकि जब तक कांवड यात्रा है तब तक यहां से जाने की परमिशन नहीं है।
हरिद्वार रूट
हरिद्वार की तरफ जाने वाली गाड़ियों को गाजीपुर बॉर्डर से एंट्री लेकर चौधरी चरण सिंह मार्ग से होकर NH-9 के जरिए डासना कट से होकर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर जाना पड़ेगा। बागपत से आने वाले को ट्रॉनिका सिटी होकर सोनिया विहार के रास्ते दिल्ली में एंट्री मिल सकेगी। लोनी बॉर्डर से लोनी सिटी में भारी गाड़ियों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है।
ठीक इसी तरह, हापुड़ या बुलंदशहर से डासना ब्रिज, लाल कुआं से होते हुए गाजियाबाद की ओर कोई भी गाड़ी एंट्री नहीं कर पाएगी। दिल्ली की तरफ जाने वाली गाड़ियों को डायरेक्ट NH9 लेना होगा। संतोष मेडिकल कट से न्यू लिंक रोड से सटे मेरठ तिराहा की तरफ जाने वाली भारी गाड़ियों की आवाजाही भी बंद है। इसी तरह NH 9 से होकर इंदिरापुरम में गौर ग्रीन, खोड़ा, काला पत्थर, SEC 62, छजारसी और कनावनी के रास्ते पर भारी गाड़ियों को आने की परमिशन नहीं है।