Kanwar Yatra 2023: चार जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा के लिए उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड सरकार ने तैयारी तेज कर दी है। उत्तराखंड की सीमा से सटे यूपी के जिलों में अधिकारी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। वहीं हरिद्वार से यूपी के गुरुकुल नारसन तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है।
जानकारी के मुताबिक हरिद्वार के जिला मजिस्ट्रेट धीरज सिंह गर्बियाल ने एएनआई को बताया कि हरिद्वार से गुरुकुल नारसन (यूपी बॉर्डर) तक राजमार्ग की दो लेन को कांवड़ियों के लिए आरक्षित किया जाएगा, ताकि कांवड़ यात्रा के आखिरी दिनों में गंगा जल ले जाने में कोई समस्या न हो।
अधिकारियों ने कांवड़ियों से की ये अपील
गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने शनिवार को कहा कि कांवड़ यात्रा 2023 के दौरान यात्री अपनी राज्य सरकार की ओर से जारी आईडी कार्ड अपने साथ रखें। बताया गया है कि यात्रा से पहले तैयारियों पर चर्चा के लिए आयोजित अंतर-राज्यीय बैठक के बाद गढ़वाल आयुक्त की ओर से यह कहा गया है।
अधिकारियों ने कांवड़ियों से अनुरोध किया है कि वे दुर्घटनाओं से बचने और ध्वनि प्रदूषण (साइंड सिस्टम) न करने के लिए 12 फीट से ऊंची कांवड़ न बनाएं। इस बार पुलिस उन लोगों पर विशेष ध्यान देगी जो बिना साइलेंसर के मोटरसाइकिल चलाते हैं।
उत्तराखंड में यात्रा मार्ग पर लगेगी फोर्स
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए गढ़वाल के डीआईजी करण सिंह नागन्याल ने कहा कि हमने राज्य में कांवड़ यात्रा के सुचारू संचालन के लिए अर्धसैनिक बलों के जवानों की 10 कंपनियों का अनुरोध किया है। बैठक में उत्तराखंड के अलावा हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अधिकारी भी शामिल हुए।
यूपी के इन जिलों में अधिकारियों ने की बैठक
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़, मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, बिजनौर, सहारनपुर, अमरोहा, मुरादाबाद समेत कई जिलों में भी कांवड़ यात्रा को लेकर अधिकारियों ने अधीनस्थों के साथ बैठक कर तैयारी तेज कर दी है। इस दौरान खासतौर पर यातायात और सुरक्षा को लेकर चर्चा की गई हैं।