Meerut: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ (Meerut) जिले में एक नहर के पास से हैंड ग्रेनेड मिलने से हड़कंप मच गया। हालांकि सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने इन्हीं निष्क्रिय कर दिया है। मेरठ पुलिस के अनुसार एक प्रत्यक्षदर्शी ने सूचना दी कि मेरठ के परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के लोधीपुर क्षेत्र में नहर के पास एक बम जैसी वस्तु पड़ी है।
समाचार एजेंसी एएनआई की ओर रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजियाबाद से बम निरोधक दस्ते के साथ पुलिस की एक स्थानीय टीम मौके पर पहुंची और हैंड ग्रेनेड को कब्जे में लेते हुए जांच शुरू की।
युवक ने देखा हैंड ग्रेनेड तो मच गया हड़कंप
मेरठ की सर्किल ऑफिसर रूपाली राय ने बताया कि गंगनहर के पास एक युवक ने हैंड ग्रेनेड को देखा था। युवक की सूचना पर काफी संख्या में आसपास के लोग भी जमा हो गए। लोगों ने इलाका पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि यह बम लोधीपुर इलाके के पास बने पुल के नीचे पत्थरों में पड़ा था।
Uttar Pradesh| Police recovered hand grenade from Meerut (12/02) pic.twitter.com/hkrgs23lzv
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 12, 2023
हैंड ग्रेनेड पर लिखा है एक नंबर, जांच शुरू
सीओ ने बताया कि पुलिस और बम निरोधक दस्ते की एक स्थानीय टीम मौके पर पहुंची थी। सेफ्टी पिन के साथ लगे बम को काफी एहतियात से उठा लिया। अधिकारी ने बताया कि इस हैंड ग्रेनेड पर एक नंबर है, लेकिन जंग लगने के कारण वह स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं दे रहा है। सीओ रूपाली राय ने बताया कि बम को कब्जे में लिया गया है। उसे निष्क्रिय करने तक थाने में रखा गया है।
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डिफ्यूज के बाद थाने में रखवाया बम
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक गाजियाबाद बम निरोधक दस्ते के अधिकारी लाल सिंह भाटी ने बताया कि मेरठ में लोधीपुर इलाके की नहर के पास एक हैंड ग्रेनेड मिलने की सूचना पर टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची थी। परीक्षित गढ़ और वहां बम को डिफ्यूज किया।
फटने के बाद इतने बड़े इलाके को कर देता तबाह
लाल सिंह भाटी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह बम किसी सरकारी कारखाने में बनाया गया था। इसकी पहचान एसई-36 के रूप में हुई है। हमें नहीं पता कि यह कहां से और कैसे यहां पहुंचा है, लेकिन अब इसे डिफ्यूज कर दिया गया है। अगर इस बम की ताकत की बात करें तो यह 9 गज के भीतर के क्षेत्र को काफी हद तक नष्ट कर सकता है।
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