Greater Noida News: गुरुग्राम का रियल एस्टेट बाजार पिछले कुछ समय से धीमा हुआ है। कई सालों से तेजी पर सवार यह मार्केट अब कुछ हद तक ठहराव की स्थिति में आ गया है। खासतौर पर हाई-एंड प्रॉपर्टी सेगमेंट में मांग में कमी देखी गई है। 2 से 4 करोड़ की श्रेणी में आने वाली प्रापर्टी के खरीदारों की दिलचस्पी अब भी बनी हुई है।
डेवलपर्स दे रहे भारी छूट
एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग लिमिटेड की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि कई डेवलपर्स अब खरीदारों को आकर्षित करने के लिए भारी छूट देने लगे है। हालांकि विश्वसनीय और नामी डेवलपर्स को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। वहीं नोएडा की बात करें तो यहां मांग अब भी स्थिर बनी हुई है जबकि बाजार अब भी सप्लाई की कमी से जूझ रहा है।
नए प्रोजेक्ट के बीच प्रतिस्पर्धा
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मजबूत बैलेंस शीट और प्री-सेल्स बढ़ाने के फोकस के चलते डेवलपर्स के बीच नई परियोजनाओं के अधिग्रहण को लेकर प्रतिस्पर्धा तेज हो गई है। विशेषकर एमएमआर और गुरुग्राम में पुनर्विकास परियोजनाओं के लिए वैल्यूएशन ऊंचे हो रहे है जिससे डेवलपर्स की मार्जिन पर दबाव पड़ सकता है। हालांकि जिन कंपनियों के पास अगले कुछ वर्षों के लिए ठोस परियोजना पाइपलाइन है वह लाभ की स्थिति में रह सकती है।
बेंगलुरु में जबरदस्त मांग
उत्तर भारत के बाहर बेंगलुरु में जुलाई और अगस्त के दौरान रियल एस्टेट की मांग उत्साहजनक रही है। आईटी सेक्टर में छंटनी के बावजूद यहां प्रॉपर्टी की अच्छी खपत देखी गई। 2 करोड़ से कम कीमत की प्रॉपर्टी अभी भी खरीदारों के लिए पहली पसंद है। 2 करोड़ से ऊपर की प्रॉपर्टी में भी डिमांड बनी हुई है।
पुणे में भी मांग बरकरार
पुणे के हिन्जेवाड़ी और हडपसर जैसे माइक्रो मार्केट्स में भी मजबूत डिमांड देखी जा रही है। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि देश में ब्याज दरों में गिरावट (वर्तमान रेपो रेट 5.5 फीसद है। जल्द ही इसमें कटौती की उम्मीद है।
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