Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की चेरी काउंटी पुलिस चैकी में गौतमबुद्धनगर जिले की तीसरी फैमिली क्लीनिक शुरू की गई है। कमिश्नरेट पुलिस ने इसको गलगोटिया यूनिवर्सिटी के सहयोग से स्थापित किया गया है। इस समाधान केंद्र का उद्देश्य पारिवारिक तनाव को सुलझाना है। जिससे कि दंपती के बीच किसी तरह का कोई मतभेद न हो। तनाव में आकर कोई गलत कदम न उठाए।
गहराते पारिवारिक विवादों का मिलेगा समाधान
फैमिली क्लीनिक में मनोविज्ञान, व्यवहार विज्ञान और कानून के विशेषज्ञों की मौजूदगी रहेगी। दोनों पक्षों की काउंसलिंग व मध्यस्थता के माध्यम से आपसी विवादों को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा। यह केंद्र उन परिवारों के लिए वरदान साबित होगा जो घरेलू हिंसा, दहेज विवाद, विवाह डिस्प्यूट और आपसी मतभेद जैसी समस्याओं से जूझ रहे है।
एमओयू पर हुए साइन
गलगोटिया विश्वविद्यालय और महिला सुरक्षा विंग के बीच एमओयू साइन किया गया है। यह एक ऐसा मॉडल है जो कानूनी प्रक्रिया को सरल बनाता है। भावनात्मक समर्थन भी प्रदान करता है, जिससे टूटते परिवारों को जोड़ा जा सके।
पूर्व में दो केंद्रों से जुड़ी सफलता की कहानियां
जिले में सबसे पहले फैमिली क्लीनिक की शुरूआत वर्ष 2019 में तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण ने की थी। नाॅलेज पार्क थाने में शारदा यूनिवर्सिटी के सहयोग से क्लीनिक स्थापित की गई थी। उसको कमिश्नरेट पुलिस की तरफ से आगे बढ़ाया गया। दूसरी फैमिली क्लीनिक पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर एमिटी यूनिवर्सिटी के सहयोग से सेक्टर 108 में बनी। अब यह तीसरा केंद्र शुरू हुआ है।
क्या होती है फैमिली क्लीनिक?
फैमिली क्लीनिक एक मध्यस्थता एवं काउंसलिंग केंद्र है। यहां पुलिस के साथ-साथ विशेषज्ञ काउंसलर्स भी तैनात रहते है। यह केंद्र पारिवारिक विवादों के समाधान के लिए दोनों पक्षों को सुनकर आपसी सहमति से हल निकालने का प्रयास करता है। इसके माध्यम से समाज में शांति, स्थिरता और सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलता है। थाने पर आने वाली फैमिली संबंधी शिकायत को पहले इस क्लीनिक में सुना जाता है और हल निकालने का प्रयास किया जाता है जिससे कि परिवार को टूटने से बचाया जा सके।
कानूनी कार्रवाई से पहले हो समाधान
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कहा कि परिवारों को टूटने से बचाना हमारी प्राथमिकता है। फैमिली क्लीनिक समाज में एक सशक्त और संवेदनशील तंत्र के रूप में काम करेगा। हमारा प्रयास है कि कानूनी कार्रवाई से पहले ही विवादों का समाधान हो सके। ऐसा होने से परिवारों को टूटने से बचाया जा सकेगा।
पुलिस कमिश्नर समेत कई अन्य रहे मौजूद
इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था राजीव नारायण मिश्र, डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी, डीसीपी महिला सुरक्षा प्रीति यादव, एडीसीपी शैव्या गोयल, गलगोटिया विश्वविद्यालय के चांसलर सुनील गलगोटिया, डायरेक्टर ऑपरेशन आराधना गलगोटिया, वाइस चांसलर मल्लिकार्जुन बाबू, रजिस्ट्रार डॉ. नितिन गौर समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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