Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा के जेवर में सेमीकंडक्टर यूनिट बनाई जाएगी। बुधवार को केंद्रीय मंत्रालय ने इसे मंजूरी देदी है। बताया जा रहा है कि इस यूनिट के निर्माण के 3706 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके बनने के बाद 2 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। यह देश की छठी सेमीकंडक्टर यूनिट होगी। केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैश्नव ने इसकी जानकारी दी है।
मोबाइल फोन, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल और पीसी का होगा निर्माण
मोदी सरकार ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के जेवर में भारत की छठी सेमीकंडक्टर यूनिट को लगाने की मंजूरी दी है। केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैश्नव ने बताया कि इस परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। यह परियोजना एचसीएल और फॉक्सकॉन के बीच एक ज्वाइंट वेंचर होगी। जेवर स्थित इस प्लांट में मोबाइल फोन, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल, पीसी आदि में किया जाएगा। अन्य 5 सेमीकंडक्टर गुजरात और असम में अंडर कंस्ट्रक्शन हैं।
2 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैश्नव ने कहा कि इस यूनिट के निर्माण से 2 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। यहां डिस्पले ड्राइव का भी निर्माण किया जाएगा। इसकी कैपासिटी मंथली 3.6 करोड़ माइक्रो चिप्स होगी। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर उद्योग अब पूरे देश में आकार ले रहा है। देश भर में कई राज्यों में विश्व स्तरीय डिजाइन सुविधाएं आ गई हैं। राज्य सरकारें डिजाइन फर्मों से संपर्क कर रही हैं।
चिप यूनिट के 3,700 करोड़ रुपये का होगा निवेश
बता दें कि एचसीएल और फॉक्सकॉन मिलकर यमुना अथॉरिटी में जेवर एयरपोर्ट के पास सेमीकंडक्टर यूनिट लगाएंगे। चिप यूनिट के लिए 3,700 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। सरकार की तरफ से दावा किया जा रहा है कि इस परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। इसका निर्माण डेढ़ साल में पूरा हो जाएगा। सरकार ने उम्मीद जताई है कि यूनिट में साल 2027 से उत्पादन शुरू हो जाएगा।