Greater Noida Interchange: ग्रेटर नोएडा के पास दो एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले इंटरचेंज का निर्माण अगले हफ्ते से शुरू होने वाला है। इसका पूरा डिजाइन तैयार हो चुका है। साथ ही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इसके लिए सर्वे का काम भी लगभग पूरा कर लिया है। दरअसल, ये इंटरचेंज यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़ने का काम करेगा। जानिए इसके बनने से दिल्ली-NCR के सफर पर क्या असर पड़ेगा?
जमीन का सर्वे हुआ पूरा
NHAI ने इस इंटरचेंज के निर्माण के लिए जमीन का सर्वे पूरा कर लिया है। अभी जो थोड़ी बहुत जरूरी प्रक्रियाएं बची हैं, उनको एक हफ्ते के अंदर पूरा करके काम शुरू कर दिया जाएगा। इंटरचेंज बनने के बाद ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले गाड़ियां आसानी से अपना रास्ता बदल सकेंगी। इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य नोएडा इंचरनेशनल एयरपोर्ट तक लोगों की पहुंच सुनिश्चित करना है।
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किसानों को दिया जाएगा मुआवजा
इंटरचेंज को बनाने में जो भी परेशानियां आ रही थीं, लगभग सभी को सोल्व कर लिया गया है। जिन किसानों से जमीन ली गई है, उनको अब मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही किसानों को दूसरी जगह पर जमीन भी दी जाएगी। इस पूरे इंटरचेंज को लगभग 270 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। इसमें कुल आठ लूप बनाए जाएंगे, जिससे पूरा 11 किलोमीटर का एरिया कवर होगा। इसमें से 4 लूप नीचे उतरने वाली गाड़ियों के लिए होंगे, तो बाकी के 4 ऊपर जाने के लिए होंगे। इसका निर्माण इसी साल पूरा किया जा सकता है।
जाम की समस्या होगी कम
इस इंटरचेंज के शुरू होने से सफर करने वाले लोगों को काफी आसानी हो जाएगी। अभी इन दोनों एक्सप्रेसवे के बीच सफर करने वाली गाड़ियों को परी चौक या दूसरे रास्तों से होकर जाना पड़ता है। इसकी वजह से समय भी ज्यादा लगता है और जाम की समस्या भी होती है। इंटरचेंज बनने के बाद, गाड़ियां एक्सप्रेसवे के बीच से ही रास्ता बदल सकेंगी, जिससे जाम की समस्या कम होगी।
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