Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में बन रहे बोड़ाकी टर्मिनल के लिए जमीन अधिग्रहण सर्वे और शिफ्टिंग का काम अगले 1 साल में पूरा कर लिया जाएगा. इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने जमीनी प्लान तैयार कर लिया है. सर्वे का काम लगभग 90 फीसद पूरा हो चुका है, लेकिन शिफ्टिंग का काम होने में अभी समय लगेगा. शिफ्टिंग के लिए किसानों की सहमति ली जा रही है. बोड़ाकी टर्मिनल एक ऐसा मल्टी माॅडल हब होगा जहां एक ही छत के नीचे से ट्रेन, मेट्रो और बस की सेवा यात्रियों को मिलेगी.
पूर्वी राज्यों के लिए चलेंगी 70 ट्रेने
बोड़ाकी टर्मिनल से पूर्वी राज्यों के लिए 70 ट्रेनें चलाई जाएंगी. इसमें सबसे ज्यादा ट्रेन बिहार जाने वाली होंगी. वर्तमान में यहां किसी भी एक्सप्रेस ट्रेन का स्टाॅप नहीं है. ऐसे में बोड़ाकी टर्मिनल के शुरू होने से जिले के 35 लाख लोगों को लाभ होगा. अभी ट्रेन पकड़ने के लिए लोगों को गाजियाबाद या दिल्ली जाना पड़ता है. टर्मिनल शुरू होने से लोगों को इससे छुटकारा मिलेगा.
रेलवे के साथ हुई Online मीटिंग
मंगलवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की रेलवे के अधिकारियों के साथ Online मीटिंग हुई है. मीटिंग में सर्वे में आई आपत्ति और अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई है. मीटिंग में तय किया गया है कि अगले 1 साल में साला काम निपटा लिया जाएगा.
प्रशासन की टीम कर रही सर्वे
बोड़ाकी टर्मिनल के लिए बोड़ाकी, पल्ला, पाली समेत कुछ अन्य गांवों की जमीन अधिग्रहित होगी. इन गांव में रहने वाले ग्रामीणों की जमीन का सर्वे लगातार किया जा रहा है. प्रशासन की टीम रोज गांव में जाती है. वहां पर किसानों से संवाद चल रहा है. प्रशासन की टीम ने सर्वे का काम लगभग 90 फीसद पूरा कर लिया है.
सोशल इम्पैक्ट असेसमेंट सर्वे
बीते दिनों डीएम मेधा रूपम ने किसानों को आश्वस्त किया कि जल्द ही सोशल इम्पैक्ट असेसमेंट सर्वे कराया जाएगा, जिससे यह आकलन किया जा सके कि परियोजना से ग्रामीणों के जीवन पर क्या असर पड़ेगा. आकलन के हिसाब से आगे निर्णय लिया जाएगा.
1685 करोड़ होंगे खर्च
बोड़ाकी रेलवे स्टेशन को बनाने के लिए 1685 करोड़ की लागत लगेगी. इसको बनाने के लिए 3 साल का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. लक्ष्य निर्धारित होने के बाद काम में तेजी आ गई है. सर्वे का काम जल्द पूरा होगा. एक छत के नीचे रेल, बस और मेट्रो की सुविधा मिलने का इंतजार लाखों लोग कर रहे है. सबको उम्मीद है कि जल्द से जल्द यह टर्मिनल बनेगा.
क्या बोली एसीईओ ?
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने बताया कि हमारा फोकस सर्वे और शिफ्टिंग के काम को एक साल में पूरा करने का है. शिफ्टिंग के लिए जमीन देखने का काम चल रहा है. सर्वे का काम भी प्रशासन कर रहा है. जल्द ही सभी काम पूरे कर लिए जाएंगे.
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