Ghaziabad news: गाजियाबाद से एक साल पहले एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए गाजियाबाद लोनी निवासी छात्र रिजवान इसराइल और ईरान के बीच छिड़ी जंग के बाद ईरान में फंसा हुआ है। रिजवान ईरान की राजधानी तेहरान विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने के लिए गया हुआ है। ईरान और इजरायल के बीच मौजूदा हालात को देखते हुए छात्र रिजवान के परिवार के लोग भी काफी चिंतित हैं। पिछले तीन दिनों से रिजवान से परिजनों का संपर्क नहीं होने से परिजन की चिंता काफी बढ़ी हुई है। परिजन उसकी सलामती के लिए दुआं कर रहें है। इसके अलावा परिजनों ने भारत सरकार पर पूरा भरोसा जताया है।
रिजवान एक साल पहले गया था ईरान
बता दें कि गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र स्थित बेहटा की एक कॉलोनी में रहने वाले छात्र रिजवान के पिता मोहम्मद अली किराना की दुकान चलाते हैं। रिजवान के परिवार में उनके पिता के अलावा उनकी मां चमनरानी, तीन बहने और एक छोटा भाई जमा मोहम्मद है। छात्र रिजवान एक साल पहले ईरान की राजधानी तेहरान विश्वविद्यालय में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए गया था। पिछले दिनों से ईरान और इजरायल के बीच छिड़ी जंग के बाद से परिवार के सभी लोग रिजवान की सलामती को लेकर चिंतित हैं। जिसके बाद उन्होने सरकार से मदद की गुहार लगाई थी और ईरान में फंसे सभी छात्रों की मदद करने की मांग की थी।
तीन दिनों से रिजवान से नहीं हुआ संपर्क
रिजवान के पिता मोहम्मद अली ने बीते रविवार को अपने बेटे से संपर्क हुआ था। जिसमें रिजवान ने बताया था कि यहां चारों तरफ धमाके हो रहे हैं। बेटे ने पिता को बताया कि जिस बिल्डिंग में वह रह रहे हैं, वह भी क्षतिग्रस्त हो गई है। तब से रिजवान अपने परिजनों के संपर्क में था, मगर बताया गया है कि पिछले तीन दिनों से परिवार का रिजवान से संपर्क नहीं हो सका है। ऐसे में रिजवान के परिजन काफी चिंतित हो रहें है। परिवार को जब से पता चला है कि भारत सरकार ऑपरेशन सिंधू के तहत ईरान में फंसे लोगों को वापस ला रही है और बहुत से लोग वापस भारत भी आ चुकें है। परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हे भारत सरकार पर पूरा भरोस है। सरकार ईरान में फंसे देश के सभी लोगों को सकुशल वापस ले आएगी।