G20 Meeting: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में चल रही G20 के विकास मंत्रियों की बैठक के बाद विदेशी मेहमानों ने मंगलवार को ऐतिहासिक स्थल सारनाथ का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी मौजूद थे।
विदेशी प्रतिनिधियों ने यहां प्राचीन खंडहर, स्मारकों, धमेक स्तूप, उपदेश स्थल और संग्रहालय आदि को देखा। विदेशी प्रतिनिधियों के साथ मौजूद विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ऐतिहासिक स्थल सारनाथ के बारे में उन्हें जानकारियां दीं। हालांकि विदेशी प्रतिनिधियों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 115 गाइड्स भी मुहैया कराए गए थे।
गाइडो ने विदेशी मेहमानों को बताया सारनाथ का इतिहास
सारनाथ भ्रमण के दौरान विदेशी प्रतिनिधियों ने गुप्तकाल में बने 43.6 मीटर ऊंचे और 28 मीटर चौड़े धमेक स्तूप की परिक्रमा की। साथ ही स्तूप पर लगे शिलापट्ट और उसके इतिहास के बारे में गाइडों से जानकारियां लीं। इस दौरान यहां एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम के बाद सभी मेहमान दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस मौके पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि सारनाथ दर्शन की अद्भुत स्मृतियों को साथ लेकर हम लोग आज वाराणसी से प्रस्थान कर रहे हैं।
इससे पहले वाराणसी में G20 विकास मंत्रियों के सम्मेलन ने G20 देशों की ओर से विकास लक्ष्यों पर प्रगति में तेजी लाने के लिए भारत की ओर से पेश एक महत्वाकांक्षी सात वर्षीय कार्य योजना को पेश किया गया है। इसके अतिरिक्त जलवायु परिवर्तन संबंधी लक्ष्यों की पूर्ति के लिए टिकाऊ जीवन शैली के संबंध में सहयोग और भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य को भी बैठक में स्वीकार किया गया। बताया गया है कि विकास मंत्रियों की ओर से तैयार किए जा रहे इन लक्ष्यों को 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले शिखर सम्मेलन में G20 नेताओं द्वारा विचार के लिए पेश किए जाएंगे।
लाइफ स्टाइल और पर्यावरण को लेकर हुई चर्चा
अपने संबोधन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि एसडीजी पर कार्य योजना न केवल विकास के एजेंडे के लिए एक मजबूत G20 प्रतिबद्धता को प्रेरित करेगी, बल्कि तीन प्रमुख क्षेत्रों में परिवर्तनकारी कार्रवाइयों को आगे बढ़ाएगी। इसके अलावा विदेशी मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए लाइफ स्टाइल को लेकर G-20 देशों के बीच विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान भारत की लाइफस्टाइल को मॉडल की तरह पेश किया गया। बैठक के दौरान लाइफ स्टाइल के 9 सिद्धांत भी तय किए गए।
बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत वैश्विक दक्षिण की आवाज बन गया है और उसने सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के संबंध में वित्तीय अंतर और ऋण चुनौतियों के मुद्दों को उठाने की कोशिश की है। G20 की अध्यक्षता संभालने के बाद भारत द्वारा लाए गए बड़े बदलाव के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के दृष्टिकोण ने G20 के फोकस पर विकास को वापस लाया है और वैश्विक दक्षिण के देशों के लिए आशा जगाई है। वाराणसी में विकास मंत्रियों की यह बैठक 11 जून से शुरू हुई थी जो 13 जून को सारनाथ दौरे के साथ संपन्न हो गया।