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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

इटावा कथावाचक जैसा मामला लखीमपुर खीरी में भी, जाति छिपाने पर मंच से मंगवाई माफी, वीडियो वायरल

कथावाचक की जाति का एक और मामला सामने आया है। इटावा के बाद इस बार लखीमपुर खीरी में ऐसा मामला सामने आया है। ग्रामीणों को कथावाचक की जाति पता चलने पर उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद कथा वाचक को मंच से ही माफी मांगनी पड़ी। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Raghav Tiwari Updated: Sep 12, 2025 10:19

जाति छिपाकर कथा करने का एक और मामला सामने आया है। पहले यूपी के इटावा में ऐसा मामले पूरे देश में चर्चा का विषय बना था, अब ठीक ऐसा मामला भी यूपी से ही आया है। यूपी के ही लखीमपुर खीरी में जाति का खुलासा होने पर ग्रामीणों ने मंच से ही कथावाचक से माफी मंगवाई हैं। लोगों का कहना है कि उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
मामला लखीमपुर खीरी के थाना खमरिया कस्बे में राम जानकी मंदिर का है जहां श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा था। ग्रामीण प्रतिदिन कथा सुनने के लिए भारी संख्या में आते थे। किसी तरह ग्रामीणों को भनक लगी की जो कथावाचक कथा कर रहे हैं बाबा ब्राह्मण नहीं किसी और धर्म के हैं या किसी और जाति के हैं। इस पर लोगों का गुस्सा भड़क गया और कथावाचक से कहा माफी मांगवाई।

मौर्य समाज हैं कथा वाचक

लोगों को जाति का पता चलने पर बाबा ने खुद बताया कि उनका नाम पारस मौर्य है। उनका जन्म मौर्य वंश में हुआ है। उन्होंने कहा कि हमने जाति छुपा कर कथा की है, इससे अगर आपकी भावनाएं आहत हुईं हो, तो क्षमा प्रार्थी हैं। सभी से माफी मांगते हैं। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि माफी मांगने पर सामने मौजूद भीड़ अन्य भगवान के साथ जयकारा भी लगाती है।

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क्या हुआ था इटावा में

गत जून में इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव में श्रीमदभागवत कथा हुई थी। इस दौरान दो कथावाचकों मुकुट मणि सिंह यादव और संत सिंह यादव की पिटाई हुई थी। इस वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। कथावाचकों ने बताया था कि पहले हमें कथा करने के लिए बुलाया गया। एक दिन कथा हो चुकी थी और हम खाना खाने गए तो लोगों ने मेरी जाति पूछना शुरू कर दिया। इसके बाद उनकी पिटाई कर दी गई। बताया कि इतनी ही नहीं ग्रामीणों ने उनका मुंडन भी कर दिया गया।

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First published on: Sep 12, 2025 09:43 AM

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