Noida News: दिवाली (Diwali 2022) के मौके पर लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। सरकार और जिला प्रशासन की सख्ती के बाद भी खूब पटाखे फोड़े गए। इतना ही नहीं, पटाखों से कई गंभीर हादसे भी हुए हैं। नोएडा में आतिशबाजी से जले लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
नोएडा और गाजियाबाद में इतने जले लोग
आंकड़ों के मुताबिक नोएडा और गाजियाबाद में पटाखों से जलने वालों की संख्या 70 से ज्यादा है। कुछ लोगों को ज्यादा गंभीर होने पर दूसरे अस्पतालों में भी रैफर किया गया है। नोएडा में 50 से अधिक और गाजियाबाद में करीब 20 लोगों के पटाखों से जलने के मामले सामने आए हैं। बता दें कि कौशांबी के एक निजी अस्पताल में 55 वर्षीय महिला को 70% जली हुई हालत में भर्ती कराया गया।
साड़ी में लगी आग, 70% जली महिला
डॉ. रुचि गर्ग ने बताया कि गाजियाबाद की महिला की साड़ी में पटाखों से आग लग गई। वह 70% जल गई। उसके परिवार वालों ने उसे इमरजेंसी में भर्ती कराया था। महिला की हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उसे दूसरे अस्पताल में रैफर किया गया है। इसके अलावा तीन से चार नाबालिगों को भी प्राथमिक उपचार दिया गया है। जिला प्रशासन के मुताबिक आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया था।
सरकारी अस्पतालों में आए इतने कॉल
गाजियाबाद में जिला संयुक्त अस्पताल (डीसीएच) के डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें करीब 15 कॉल आए, इनमें पटाखों से जलने वाले मरीज थे। वहीं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डीसीएच, गाजियाबाद डॉ. विनोद चंद्र पांडेय ने बताया कि सोमवार को आपातकालीन वार्ड में 15 मरीजों को भर्ती कराया गया था।
वहीं नोएडा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया था। साथ ही सांस संबंधी बीमारियों के मरीजों को भी देखा गया है।