Bareilly News: कोई काम करो तो उसमें पूरी जान लगा दो, फिर उसके पूरा होने के चांस काफी ज्यादा होते हैं। यही सोचकर बरेली में रहने वाले इन शातिर ‘नटवरलाल’ ने अपना काम शुरू किया था। अभी तक आपने फिल्मों में देखा होगा कि किसी के मरने के बाद उसकी जायदाद को हड़पने के लिए उसी शख्स की तरह हुलिया बना लिया जाता है। लेकिन बरेली में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है जो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। बरेली के राजदीप नाम के शख्स ने 2003 में मर चुके संतोष टंडन की जगह लेने के लिए एक खास ट्रेनिंग ली। इस ट्रेनिंग में उसने संतोष के तौर तरीकों को सीखा ताकि लोगों को भरोसा हो जाए कि वही संतोष टंडन है। जानिए इस पूरे खेल के पीछे क्या कहानी है?
क्यों रचा ये खेल?
बरेली पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उनपर धोखाधड़ी से जमीन बेचने का इल्जाम है। जब पुलिस मामले की तह तक पहुंची तो उनके होश उड़ गए। दरअसल, एक ऐसे शख्स की जमीन को बेचा गया जिसकी मौत 2003 में हो चुकी थी। बरेली के रहने वाले संतोष टंडन की करोड़ों की जमीन इज्जत नगर थाना क्षेत्र में थी पर संतोष टंडन बरेली छोड़ कर लखनऊ चले गए थे, जहां पर उनकी मौत हो गई। इसी जमीन के लालच में कुछ लोगों ने मिलकर एक प्लान बनाया।
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एक साल से ज्यादा की ट्रेनिंग
जानकारी के मुताबिक, राजू उर्फ राजदीप ने संतोष टंडन की जगह खुद को असली संतोष टंडन बनने के लिए एक साल से ज्यादा समय तक ट्रेनिंग ली। उसने संतोष की हर आदत हर खूबी और रिश्तेदारों से लेकर पड़ोसियों और घर वालों के बारे में पूरी जानकारी हासिल की। यहां तक कि उसने अंग्रेजी बोलना भी सिख लिया। इस बात का खुलासा संतोष टंडन की बेटी प्रियंका टंडन की एक शिकायत की वजह से हुआ।
कुछ महीने पहले संतोष टंडन की बेटी प्रियंका टंडन को पता चला कि उनके पिता के नाम की करोड़ों की जमीन का किसी ने एग्रीमेंट कर दिया है। इसके लिए बैंक में एक खाता खुलवाया गया जिसमें लाखों रुपए का लेनदेन भी किया गया है। इसके बाद ही प्रियंका टंडन ने मामले की शिकायत पर इस पुलिस अधीक्षक से की। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर बरेली के इज्जत नगर थाने में मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया, पूछताछ में इस खेल के मास्टर माइंड के बारे में पता चला।
प्रॉपर्टी डीलर का था पूरा प्लान
संतोष टंडन के करीबी रहे प्रॉपर्टी डीलर बबलू कश्यप और ख्वाजाउद्दीन ने ये पूरा प्लान बनाया था। इन दोनों को ही उनकी जमीन की जानकारी थी। जमीन हड़पने के लिए बबलू कश्यप और ख्वाजाउद्दीन ने एक ऐसे शख्स को तलाश की जिसका पहले से आधार कार्ड नहीं बना हो। इसके बाद उनको राजदीप मिला, जिसको उन्होंने 200000 लाख रुपये का लालच देकर अपने प्लान में शामिल किया। सबसे पहले उन्होंने संतोष टंडन के नाम से आधार कार्ड बनवाया और फिर एक साल तक उसे संतोष टंडन के हर गतिविधि की ट्रेनिंग दी गई। संतोष टंडन बनकर उन्होंने जमीन का 50 लाख रुपए लेकर एग्रीमेंट कराया।
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