Char Dham Yatra 2023: आर्मी बैंड की धुनों और जय बद्री विशाल के जयकारों के बीच गुरुवार सुबह भगवान बद्रीनाथ के कपाट खोल दिए गए। इस दौरान बद्रीनाथ मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। बाबा बद्रीनाथ मंदिर को 15 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया था। बता दें कि 22 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री और 25 अप्रैल को बाबा केदारनाथ के कपाट वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भक्तों के लिए खोले गए है।
#WATCH | Devotees rejoice as portals of Uttarakhand Shri Badrinath temple open pic.twitter.com/1PDl5EvwYg
---विज्ञापन---— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 27, 2023
देश के प्रमुख तीर्थ स्थानों में से हैं चारधाम
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीसी) ने पूर्व में कहा था कि वह चारधाम यात्रा के दौरान दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए टोकन जारी करेंगे। चार धाम देश के काफी लोकप्रिय तीर्थस्थलों में से एक है। छह महीने के लिए मंदिरों में पूजा अर्चना की जाती है जबकि अगले छह महीने तक मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
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#WATCH | The portals of Badrinath Dham opened amid melodious tunes of the Army band and chants of Jai Badri Vishal by the devotees. pic.twitter.com/hoqrP2Tpyq
— ANI (@ANI) April 27, 2023
बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हिमालय के उच्च स्थान पर स्थित हैं। यह चारों मंदिर साल में छह माह के लिए ही खुलते हैं। गर्मियों में (अप्रैल-मई) खुलते हैं और सर्दियों की शुरुआत (अक्टूबर-नवंबर) के साथ बंद हो जाते हैं।
22 अप्रैल से शुरू हुई है चार धाम यात्रा
बता दें कि चार धाम यात्रा की शुरुआत अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने से शुरू हुई। उत्तराखंड सरकार के मुताबिक, अब तक चार धाम यात्रा के लिए 17 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। सरकार और मौसम विभाग की ओर से तीर्थयात्रियों को मौसम के मिजाज को ध्यान में रखते हुए यात्रा की सलाह दी गयी।