Uttarakhand News: उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुए बस हादसे में 36 लोगों की मौत हुई है। वहीं, कई लोग घायल हुए हैं, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मार्चुला में हुआ हादसा कई परिवारों को गहरे जख्म दे गया। लोग दिवाली की छुट्टियों के बाद अपने काम पर लौटने के लिए बस में सवार हुए थे। आरटीओ के अनुसार बस में क्षमता से अधिक लोग सवार थे। बस की कमानी टूट गई। जिसकी वजह से वह खाई में जा गिरी। वहीं, घायल यात्री कह रहे हैं कि रुपयों को लेकर चालक तनाव में था।
14 किलोमीटर में 12 जगह रुकी बस
14 किलोमीटर के कुल सफर के दौरान बस के 12 जगह रोकने की बात भी सामने आई है। 42 सीटर बस में ठूंस-ठूंसकर यात्रियों को भरा गया था। लोगों को अपने कार्यस्थलों पर जाने की जल्दी थी। जिसके कारण लोगों ने अपनी सुरक्षा की जरा भी परवाह नहीं की। कई लोगों को सीटें नहीं मिली थीं।
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बताया जा रहा है कि चालक को पहले ही किसी अनहोनी का आभास हो गया था। भैरंगखाल के रहने वाले चालक दिनेश सिंह ने बस रोककर कहा था कि जिन लोगों को उतरना है, वे उतर जाएं। लेकिन चालक के कहने के बाद भी कोई नहीं उतरा। इसके बाद बस कुछ ही दूर गई थी। अचानक तेज धमाके की आवाज के बाद यह खाई में लुढ़कने लगी। जिसके बाद लोगों में चीख-पुकार मच गई।
मौत के आंकड़ा दिल दहलाने वाला है।
अल्मोड़ा बस दुर्घटना में अब तक 36 लोगो की मौत। ओवरलोड थी 42 सीटर बस।
सुनिए क्या बताया कमिश्नर कुमाऊँ दीपक रावत ने। @pushkardhami @ias_rawat #AlmoraBusAccident pic.twitter.com/SEotEL7uCI— Ajit Singh Rathi (@AjitSinghRathi) November 4, 2024
4 नवंबर को हुआ था हादसा
चार नवंबर को सुबह हुआ ये हादसा लोगों को कभी न भूलने वाला गम दे गया। कई घरों के चिराग बुझ गए। कई बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया। अस्पताल में दर्द से कराह रहे लोग विभिन्न प्रकार की बातें बता रहे हैं। बस सुबह लगभग साढ़े 6 बजे बरात किनाथ से रवाना हुई थी। जिसे रामनगर जाना था। बस में 63 लोग सवार थे। किसी को नहीं पता था कि आगे क्या होने वाला है? सब लोग हंसी-खुशी अपने घर से विदा हुए थे। तेज धमाके के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे थे। पुलिस के आने से पहले ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया था। बताया जा रहा है कि हादसे की सूचना के डेढ़ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। रेस्क्यू में 3-4 घंटे लगे थे।
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