चंडीगढ़: पंजाब पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला कत्ल कांड के छठे और आखिरी शूटर दीपक मुंडी और उसके दो साथियों, जो नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे, को पश्चिमी बंगाल के भारत-नेपाल बॉर्डर से गिरफ़्तार कर लिया है।
जिसके साथ इस सारी साजिश से पर्दा उठने के साथ-साथ इन गैंगस्टरों के संबंधों का भी पर्दाफाश हो गया है। यह ऑपरेशन पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर किया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर गैंगस्टरों के विरुद्ध शुरु की गई जंग के अंतर्गत डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने आज यहाँ प्रैस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि मुख्य कातिल दीपक मुंडी ने पंजाबी गायक शुभदीप सिंह, जिसकी 29 मई को गैंगस्टरों द्वारा हत्या कर दी गई थी, पर अंधाधुन्ध गोलियाँ चलाई थीं।
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के खरीबाड़ी पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में भारत-नेपाल चौकी के नज़दीक शनिवार को दीपक मुंडी के साथ गिरफ़्तार किए गए दो व्यक्तियों की पहचान कपिल पंडित और राजिन्दर उर्फ जोकर के तौर पर हुई है। एआईजी गुरमीत चौहान और डीएसपी बिक्रम बराड़ के नेतृत्व में एजीटीएफ की टीम शनिवार देर रात मुंडी और उसके दो साथियों को हवाई रास्ते के द्वारा पंजाब लेकर आई।
इन तीन गिरफ़्तारियों के साथ सिद्धू मूसेवाला कत्ल केस में गिरफ़्तारियों की कुल संख्या 23 हो गई है, जबकि पुलिस ने अमृतसर के गाँव भकना में एक मुकाबले के दौरान मनप्रीत सिंह उर्फ मनु कुस्सा और जगरूप सिंह उर्फ रूपा नामी दो शूटरों को मार गिराया था। इससे पहले गिरफ़्तार किए गए अन्य शूटरों की पहचान प्रियावरत फ़ौजी, कशिश और अंकित सेरसा के तौर पर हुई है।
डीजीपी गौरव यादव, जिनके साथ एडीजीपी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीऐफ) प्रमोद बान भी मौजूद थे, ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला को मारने के बाद मुंडी और कपिल दोनों एकसाथ रह रहे थे और कैनेडा आधारित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ (मुख्य साजि़शकर्ता) के निर्देशों पर लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे।
उन्होंने आगे बताया कि इस समय के दौरान मुंडी और कपिल हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, यूपी और पश्चिम बंगाल राज्यों में रुके और कहा कि जोकर, जो पहले ही नेपाल में था, पश्चिम बंगाल में सुरक्षित दाखि़ल होने के लिए मुंडी और कपिल की मदद करने और उनको नेपाल में सुरक्षित जगह पर ले जाने के लिए आया था।
उन्होंने बताया कि गोल्डी बराड़ ने मुंडी और कपिल को फज़ऱ्ी पासपोर्टों पर दुबई में सैटल करने का वादा किया था। उन्होंने आगे कहा कि उक्त दोनों को नेपाल या थाईलैंड में अपने जाली पासपोर्ट मिलने थे, जिसके बाद उन्होंने दुबई के लिए चले जाना था।
कपिल पंडित, जो राजस्थान के जि़ला चूरू में उसके पैतृक गाँव बेवड़ के एक व्यक्ति के कत्ल के दोष में जेल में बंद था, से प्राथमिक पूछताछ से पता लगा है कि वह अपनी माँ की अंतिम रस्मों में शामिल होने के लिए साल 2021 में पैरोल पर बाहर आया था और तब से ही वह फऱार था।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि तब ही उसके साथ लॉरेंस बिश्नोयी गैंग ने सम्पत नेहरा और गोल्डी बराड़ के द्वारा बॉलीवुड अभिनेता सलमान ख़ान की हत्या को अंजाम देने के लिए संपर्क किया था। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि सलमान ख़ान को मारने की रणनीति बनाने के लिए कपिल को सचिन बिश्नोयी और संतोष यादव के साथ मिलकर रेकी करने के लिए कहा गया था।
कपिल ने खुलासा किया कि विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल का बदला लेने के लिए लॉरेंस बिश्नोयी गैंग के इशारे पर पहले भी उसने सिद्धू मूसेवाला को मारने के इरादे से कई बार रेकी की थी।
डीजीपी ने कहा कि इस मामले में विदेशों को फऱार हुए गैंगस्टरों को पकडऩे के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। इसी सिलसिले के अंतर्गत गैंगस्टर सचिन थापन को अजऱबाईजान में हिरासत में लिया गया है और जल्द ही उसको भारत के हवाले कर दिया जायेगा। जि़क्रयोग्य है कि पुलिस ने इस मामले में 24 मुलजिमों के खि़लाफ़ चालान पेश किया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर पंजाब पुलिस द्वारा गैंगस्टरों के विरुद्ध छेड़ी गई जंग की उपलब्धियों में यह एक और बढ़त मिली है।
बताने योग्य है कि पुलिस ने गिरफ़्तार किए गए व्यक्तियों को रविवार को मानसा अदालत में पेश करके छह दिनों का रिमांड हासिल किया है।
सिद्धू मूसेवाला कत्ल केस सम्बन्धी अब तक की रिपोर्ट
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कुल दोषी=35
गिरफ़्तार=23,
मारे गए=2,
विदेश में रहते=4,
बाकी गिरफ्तारियां/भगोड़े/भूमिका की जांच की जा रही=6