के जे श्रीवत्सन, जयपुर: प्रदेश की कांग्रेस सरकार का अपनी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के लिए डमी सोशल मीडिया अकाउंट बनाने के तुगलकी फरमान ने तूल पकड़ लिया। सवाई माधोपुर के सहायक निदेशक आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक सतीश कुमार सहरिया के एक आदेश के बाद विवाद हो गया। जिसमें युवा मित्रों को जोड़ने और सोशल मीडिया अकाउंट बनाने का आदेश दिया गया था। देखते ही देखते आदेश की कॉपी वायरल हो गई। इसमें लिखा था कि युवा मित्र मुख्य अकाउंट के साथ ही 10 डमी अकाउंट बनाएगा, जिसमें युवा मित्र शब्द नहीं होगा।
एक नंबर से बनेंगे 10 डमी अकाउंट
वहीं इस आदेश में ये भी कहा गया कि एक मोबाइल नंबर से 10 डमी अकाउंट बनेंगे। इन अकाउंट से ट्वीट, रिट्वीट और कोट रिट्वीट करना होगा। युवा मित्र का एक फेसबुक अकाउंट अनिवार्य होगा और 5 डमी फेसबुक अकाउंट बनाने होंगे। वहीं मुख्य अकाउंट और डमी अकाउंट से लाइक, शेयर और वीडियो फॉरवर्ड करने होंगे। आदेश में ये भी कहा गया कि सभी युवा मित्रों को अपने वॉट्सएप अकाउंट पर मुख्यमंत्री की जनकल्याणकारी योजनाओं की फोटो लगानी होगी।
मामले के तूल पकड़ने के बाद सवाई माधोपुर के सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक सतीश कुमार सहारिया को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि विभाग ने आदेश को फर्जी बताते हुए लिखित में खंडन किया था, लेकिन शाम होते-होते मामले को बढ़ता देख सहारिया को निलंबित कर दिया गया। सहारिया ने पूर्व में वायरल हो रहे दोनों पत्रों का हवाला देते हुए कहा था कि एक पत्र फर्जी है, जबकि दूसरा पत्र असली है। निलंबित सहरिया के खिलाफ विभागीय जांच भी होगी। निलंबन की अवधि में सहरिया का मुख्यालय योजना भवन जयपुर होगा।
भाजपा के प्रदेश मंत्री ने जताई आपत्ति
इससे पहले ही इस संबंध में भाजपा के प्रदेश मंत्री जितेंद्र गोठवाल ने आपत्ति जताई थी। सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर फर्जीवाड़े को रोकने के लिए गोठवाल ने डीजीपी एमएल लाठर को शिकायत दी। डीजीपी ने कहा ऐसे मामले अगर सामने आते हैं तो आईपीसी की धारा 419 के तहत कार्रवाई की जाएगी।