रांची से विवेक चंद्र की रिपोर्ट: झारखंड में आज डाॅक्टर प्रदेशव्यापी हड़ताल पर हैं। डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार से पूरे सूबे में चिकित्सा व्यवस्था लगभग ठप हो गई हैं। आईएमए और झासा के संयुक्त तत्वाधान में डॉक्टरों से कार्य बहिष्कार का आह्वान किया गया है।
कार्य बहिष्कार का व्यापक असर
कार्य बहिष्कार के कारण चिकित्सा व्यवस्थाएं ठप हो गई हैं। ओपीडी सेवाएं बंद हैं। अस्पताल के अंदर पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी समेत अन्य सेवाएं भी बंद हैं। आईएमए और झांसा के आह्वान पर डॉक्टरों ने आज कार्य बहिष्कार किया है, इसमें सरकारी और निजी दोनों डॉक्टर शामिल हैं। डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार से मरीजों को काफी परेशानी हो रही है।
सुबे के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में इलाज कराने आए कलावंती मांझी कहती हैं हम काफी दूर से अपने बच्चे का इलाज कराने आए हैं यहां आकर पता चला है कि आज डॉक्टरों की हड़ताल है और इलाज नहीं हो पाएगा। ऐसे में हम काफी परेशान हैं। कलावंती की तरह सैकड़ों ऐसे लोग हैं जो इलाज कराने आए थे पर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण का इलाज नहीं हो सका।
यह है कार्य बहिष्कार की वज़ह
आंदोलन कर रहे डॉक्टरों का कहना है की झारखंड में डॉक्टर सुरक्षित नहीं है। लगातार डॉक्टरों हमले हो रहे हैं। कार्य बहिष्कार का आह्वान करने वाले आईएमए के सचिव डॉ प्रदीप सिन्हा न्यूज़ 24 से कहते हैं कि झारखंड में डॉक्टर लगातार अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
हमारी यह मांग है कि सरकार डॉक्टर की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था करें साथ ही मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करें। अगर ऐसा नहीं होता है तो मुझे लगता है कि झारखंड से डॉक्टरों का पलायन तेजी से होगा।
वहीं आईएमए की महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप कहती हैं डॉक्टरों के प्रति सरकार का रवैया काफी असंवेदनशील है। जब हम खुद सुरक्षित नहीं रहेंगे तो मरीजों का इलाज कैसे कर पाएंगे। सरकार को हमारी मांगों पर ध्यान देना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम इस आंदोलन को और आगे बढ़ा सकते हैं ।
यह कहते हैं स्वास्थ्य मंत्री
इधर स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता का कहना है कि सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा मामले पर गंभीर है। एक चिकित्सक पर हमले को लेकर सरकार के पलायन ऑर्डर को कटघरे में खड़ा नहीं किया जा सकता। हमने हाल में हुए हमले को लेकर पुलिस को भी सख्त निर्देश दिए हैं।
बीते दिनों ऑर्थोपेडिक सर्जन पर हुआ था हमला
बीते दिनों रांची के एक मशहूर ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ अंचल कुमार पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला किया था। इसे लेकर झारखंड के चिकित्सकों में सुरक्षा को लेकर काफी भय देखा जा रहा है ऐसे में अगर एक दिवसीय कार्य बहिष्कार आगे खींचता है तो चिकित्सा व्यवस्था को लेकर एक झारखंड में एक बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा।