Tonk News: जयपुर में पिछले कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही महिलाओं को पुलिस ने जबरन उठाकर उनके घर छोड़ दिया। वहीं, अब इस मामले में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बड़ा बयान दिया है। शुक्रवार को टोंक में पायलट ने कहा कि वीरांगनाओं के मुद्दे पर कांग्रेस-बीजेपी के नजरिए से नहीं देखना चाहिए।
वीरांगरानाओं को संवेदनशीलता से सुनना चाहिए
पायलट ने सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि वे छोटी मोटी मांग को पूरा कर सकते है। पायलट ने कहा कि बात मानना बाद की बात है। लेकिन बात सुनने में किसी को ईगो नहीं रखना चाहिए। सड़क और मूर्ति की मांग को पूरा कर सकते हैं। वीरांगनाओं की मांगों को संवेदनशीलता से सुननी चाहिए। पायलट ने कहा कि मांग पूरी नहीं भी करना है तो भी बैठकर बात सुननी चाहिए।
पायलट बोले- यह मुद्दा मार्मिक
बता दें कि सचिन पायलट अपने दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को टोंक में थे। जहां पायलट ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और योजनाओं का फीडबैक भी लिया। पायलट ने कहा कि यह मुद्दा मार्मिक है तो उसी तरीके से डील करना चाहिए। संवेदनशील होकर समझाए तो मामला बेहतर हो सकता है। सीएम के नौकरी देने पर गलत धारणा के बयान पर उन्होंने कहा कि नौकरी देने से बड़ा बदलाव नहीं आने वाला है।
ये कहा था सीएम ने
सीएम ने देर रात ट्वीट करते हुए कहा कि शहीदों के बच्चों का हक मारकर किसी अन्य रिश्तेदार को नौकरी देना कैसे उचित ठहराया जा सकता है? उनका हक मारना उचित है क्या? उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के कुछ नेता अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए शहीदों की वीरांगनाओं का इस्तेमाल कर उनका अनादर कर रहे हैं। मैं इसकी निंदा करता हूं।