Rajasthan BJP: राजस्थान भाजपा (Rajasthan BJP) के अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) को फिर से अध्यक्ष (President) बनाया जा सकता हैं। उन्हें सितंबर 2019 में यह जिम्मेदारी मिली थी। उनका कार्यकाल 2022 के अंत में ही समाप्त हो चुका हैं। लेकिन सूत्रों की माने तो उनको विस्तार मिल सकता हैं। वजह हैं 2023 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव। राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद पार्टी यह घोषणा कर सकती हैं।
केंद्रीय नेतृत्व के हैं करीबी
सतीश पूनिया केंद्रीय नेतृत्व के करीबी माने जाते हैं। विद्यार्थी परिषद् से होते हुए मुख्यधारा की राजनीति में आए पूनिया संघ (RSS) की गुड बुक में आते हैं। और यह बात उनके पक्ष में आती है। राजनीति में आने से पहले पूनिया संघ के प्रचारक भी रहे हैं।
ओबीसी वोट बैंक पर नजर
सतीश पूनिया ओबीसी समुदाय से आते हैं। राज्य में ओबीसी एक बड़ा वोट बैंक हैं। उन्हें कार्यकाल का विस्तार देकर इस वोट बैंक को साधने में मदद मिल सकती हैं। पूनिया को राजस्थान में जाट समुदाय (Jat Community) का बड़ा नेता माना जाता हैं। जाटों का पश्चिमी राजस्थान में 40 से अधिक विधानसभा सीटों पर सीधा प्रभाव हैं। इसलिए आलाकमान उन्हें हटाकर समुदाय की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहेगा।
उपचुनावों में पार्टी को मिली हार
हालांकि प्रदेश अध्यक्ष रहते उनका कार्यकाल इतना बेहतर नहीं रहा हैं। पार्टी में हो रही गुटबाजी को रोकने में वे असफल रहें। हाल ही में शुरू हुई जनाक्रोश यात्रा भी उम्मीद के मुताबिक ज्यादा सफल नहीं रही है। इसका मुख्य कारण पार्टी की गुटबाजी है। जिसके कारण राजस्थान भाजपा के सभी नेता एक साथ कभी मंच पर नहीं दिखे। पार्टी को कोरोना महामारी के बाद हुए उपचुनावों में भी हार का सामना करना पड़ा।