Rajasthan MLA Salary and allowances: देश में महंगाई आसमान पर है। बेरोजगारी के आंकड़े चौंका रहे हैं। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन राजस्थान में माननीयों की मौज की तैयारी है। जी हां, सरकार अब विधायकों की सैलरी और पूर्व विधायकों की पेंशन बढ़ाने जा रही है। पूरा प्लान तैयार हो चुका है, फाइलें विधि विभाग में जा चुकी हैं और वादा पिछले साल ही कर दिया गया था।
विधायकों की बेसिक सैलरी में अब 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होने जा रही है। नई बढ़ोत्तरी के बाद एक विधायक की बेसिक सैलरी 44 हजार हो जाएगी। ये तो विधायकों की महज बेसिक सैलरी है। असल में विधायकों को उनके भत्ते मालामाल बना रहे हैं। मामले में विपक्ष ने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि राज्य सरकार की माली हालत इतनी खराब है कि दिसंबर के बाद कर्मचारियों को वेतन देना भी मुश्किल होगा।
10% बढ़ेगा वेतन, अब MLA
राजस्थान सरकार ने विधायकों की बेसिक सैलरी में 10% की बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार किया है। अभी विधायक का बेसिक सैलरी 40 हजार है। जो अब बढ़कर 44 हजार हो जाएगी। बेसिक सैलरी को छोड़कर केवल मासिक भत्तों को जोंडें तो एक विधायक को हर महीने 1.47 लाख रुपये मिलते हैं। इसके अलावा वार्षिक भत्ता और आधिकारिक यात्रा के लिए अलग से फंड दिया जाता है। अब माननीयों की ये रकम और भी बढ़ेगी।
वर्तमान भत्ते, जो आपको चौंका सकते हैं
मासिक भत्ते
1. निर्वाचन क्षेत्र भत्ता- 70 हजार रुपये
2. मकान किराया भत्ता (यदि सरकारी आवास नहीं लिया)- 30 हजार रुपये
3. टेलीफोन भत्ता- 2,500 रुपये
4. राज्य में आधिकारिक भ्रमण-
5. निर्वाचन क्षेत्र भ्रमण के लिए- 45 हजार रुपये
वार्षिक भत्ते
1. रेल, हवाई और स्टीमर यात्रा भत्ता (वार्षिक)- 3 लाख रुपये
2. वार्षिक विकास निधि- 5 करोड़ रुपये
आधिकारिक यात्रा के दौरान
1. राज्य के भीतर- 2000 रुपये प्रतिदिन
2. राज्य के बाहर- 2500 रुपये प्रतिदिन
एक बार विधायकी, फिर जिदंगीभर आराम
बात केवल भत्तों और सैलरी तक खत्म नहीं होती। देश की सैन्यबलों तक में पेंशन खत्म हो गई लेकिन विधायकों को अभी यह सुविधा मिल रही है। राजस्थान में एक बार विधायक बनने के बाद विधायकी के बाद 35 हजार रुपये मासिक पेंशन मिलती है। वहीं हर कार्यकाल बढ़ने पर पेंशन में 8 हजार रुपये की बढ़ोत्तरी होती जाती है। यानी, 2 बार विधायक बनने पर 43 हजार, 3 बार विधायक बनने पर 51 हजार, 4 बार विधायक बनने पर 59 हजार, 5 बार विधायक बनने पर 67 हजार और 6 बार विधायक बनने पर 75 हजार रुपये पेंशन मिलती है। इसके अलावा पूर्व विधायक के निधन पर पत्नी को 17 हजार रुपये पेंशन मिलती है।
हर साल बढ़ेंगी बेसिक सैलरी
पिछले साल सीएम भजनलाल शर्मा ने विधानसभा में ऐलान किया था कि हर साल विधायकों की सैलरी और पूर्व विधायकों की पेंशन में बढ़ोतरी होगी।
अब इस ऐलान को कानूनी शक्ल दी जा रही है। विधानसभा में प्रस्ताव लाया गया है कि हर साल 10% ऑटोमेटिक इन्क्रीमेंट लागू होगा। हालांकि मंत्रियों के वेतन बढ़ाने को लेकर फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है।
राजस्थान में हैं कुल 200 विधायक
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 विधायक हैं। इसमें भाजपा के 119, कांग्रेस के 66, भारतीय आदिवासी पार्टी के 4, बीएसपी के 2, राष्ट्रीय लोक दल का 1 और 8 निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
विपक्ष ने उठाया सवाल
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि राज्य की वित्तीय हालत इतनी खराब है कि दिसंबर के बाद कर्मचारियों को वेतन देने के लाले पड़ेंगे। यहां यह सवाल इसलिए भी उठने शुरू हो गए हैं क्योंकि ऐसे वक्त में भी विधायकों की पेंशन और सैलरी बढ़ रही है, जब गरीबों की स्कीमें बंद हो रही हैं, छात्रवृत्तियां घट रही हैं और अस्पतालों में दवाइयां तक नहीं हैं।