Rajasthan Assembly Election 2023 Nathdwara Seat CP Joshi: राजस्थान में विधानसभा चुनावों की रणभेरी बजने के साथ ही पार्टियों ने उम्मीदवारों का ऐलान करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस अब तक 33 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है वहीं भाजपा 124 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतार चुकी है। इस बीच भाजपा की मुश्किलें भी लगातार बढ़ती जा रही है। दूसरी सूची जारी होने के बाद राजसमंद, चित्तौड़गढ़, जयपुर, बूंदी, अलवर समेत अनेक सीटों पर भाजपा कार्यकर्ता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
नाथद्वारा बनी हाॅटसीट
भाजपा और कांग्रेस ने नाथद्वारा सीट अपने-अपने उम्मीदवार उतारकर मुकाबले को रोचक बना दिया है। भाजपा ने नाथद्वारा से मेवाड़ राजघराने से पूर्व विश्वराज सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को चुनाव मैदान में उतारा है। बता दें कि 1980 में अपना पहला चुनाव जीतने वाले सीपी जोशी इस सीट से कई बार हार-जीत चुके हैं। 2008 में उन्हें भाजपा के कल्याण सिंह चैहान मात्र 1 वोट से मात दी थी। इसके बाद पार्टी ने 2013 के चुनाव में उनकी सीट बदल दी। लेकिन 2018 में पार्टी ने एक बार फिर उन्हें नाथद्वारा से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत दर्ज की।
लक्ष्यराज से पहले विश्वराज पार्टी में हुए शामिल
वहीं उधर कुछ रोज पहले ही भाजपा में शामिल हुए मेवाड़ राजघराने के पूर्व सदस्य विश्वराज सिंह को पार्टी ने नाथद्वारा से उम्मीदवार बनाकर सबको चैंका दिया। विश्वराज सिंह के पिता महेंद्र सिंह भी चित्तौड़गढ़ से भाजपा के सांसद रह चुके हैं। वहीं उनके चचेरे भाई लक्ष्यराज सिंह के भी भाजपा शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी। इससे पहले ही पार्टी ने विश्वराज सिंह को उम्मीदवार भी बना दिया। वहीं कांग्रेस ने लक्ष्यराज सिंह को पार्टी में शामिल होने का न्यौता दिया है।
भाजपा ने दोहराई 2018 की कहानी
बता दें कि इससे पहले भी भाजपा ने 2018 में महेश प्रताप सिंह को टिकट दिया था। महेश प्रताप कांग्रेस छोड़कर कुछ दिन पहले ही भाजपा में आए थे। पार्टी ने कोठारिया के पूर्व जागीरदार परिवार का टिकट काटकर पूर्व राज परिवार को टिकट दिया है। इसके अलावा पार्टी ने चित्तौड़गढ़ से 2 बार सांसद रह चुके चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काटकर वसुंधरा के सिपहसालार और पूर्व सीएम भैंरोसिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी को उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले नरपत सिंह जयपुर की झोटावाड़ा सीट से चुनाव लड़ रहे थे। कुंभलगढ़ से पार्टी ने एक बार फिर पांच बार के विधायक सुरेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है।