Rajasthan News: राजस्थान के अलवर जिले में पुलिस एक घर में छापेमारी के लिए पहुंची। जहां पर एक महीने की बच्ची की मौत हो जाती है। इस घटना के बाद परिवार के लोगों ने छापेमारी करने आए दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि मां के पास सो रही बच्ची (अलिस्बा) पर पुलिसवालों ने पर पैर रख दिया, जिसकी वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस मामले को लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया।
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार को पुलिस की एक टीम साइबर ठगी के एक मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करने नौगांवा थाना क्षेत्र के एक घर पहुंची। जहां पर छानबीन के दौरान पुलिसकर्मियों ने नवजात बच्ची अलिस्बा पर पैर रख दिया, उस समय वह अपनी मां पास सो रही थी। परिवार ने आरोप लगाया कि मां ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उसे भी घर से बाहर निकाल दिया गया।
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ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन
परिवार ने यह भी दावा किया है कि छापेमारी के दौरान उनके साथ कोई महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी। इस घटना से पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया, जिसके बाद ग्रामीणों ने अलवर के पुलिस अधीक्षक के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। एडिशनल एसपी तेजपाल सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
कांग्रेस के नेता का बयान
राजस्थान में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली का इस मामले पर बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि ‘अलवर में पुलिस का कैसा आतंक है, जहां साइबर धोखाधड़ी के नाम पर लोगों को गलत तरीके से परेशान कर रहे हैं। छापेमारी कर पैसे ऐंठे जाते हैं।
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