Adhai din ka Jhopra(संदीप टाक): अजमेर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में मंदिर होने को लेकर किए जा रहे दावों के बीच अब अजमेर दरगाह के पास मौजूद ऐतिहासिक ‘अढ़ाई दिन का झोपड़ा’ मस्जिद में भी मंदिर होने का दावा किया गया है।
अजमेर के डिप्टी मेयर नीरज जैन मैं अजमेर में ढाई दिन की झोपडा को संस्कृत पाठशाला होने का दावा किया है और उन्होंने कहा कि दरगाह के पास स्थित ढाई दिन का झोपड़ा संस्कृत महाविद्यालय हुआ करता था, जिसको तोड़कर ढाई दिन का झोपड़ा बनाया गया है। फिलहाल इसमें अब नमाज पढ़ी जा रही है।
वहीं, उन्होंने कहा कि पहले भी जैन संत ने वहां पर व्यास किया था और वहां पर जाकर देखा था तो हिंदू मंदिरों की मूर्तियां और स्वस्तिक जैसे चिन्ह देखे थे और उस समय भी सरकार से ढाई दिन के झोपड़े को संस्कृत महाविद्यालय के स्वरूप में लौटने की मांग रखी थी।
केंद्र सरकार से की मांग
नीरज जैन ने कहा कि हमने पूर्व में भी केंद्र सरकार से मांग की थी और अब भी कर रहे हैं कि कथकतीत ढाई दिन के झोपड़े को संस्कृत महाविद्यालय घोषित किया जाए। इसके साथ ही वहां पर जो अनैतिक गतिविधियों हो रही है। उनको तुरंत प्रभाव से बंद किया जाए।
जैन धर्म गुरु भी कर चुके हैं दौरा
आपको बता दें, इसी साल मई में जैन मुनियों ने अढ़ाई दिन का झोपड़ा का दौरा किया था। उन्होंने सर्वे करवाने की मांग की थी। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के सदस्य भी उनके साथ थे।
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