fake police inspectors arrested: झालावाड़ के भवानीमंडी में पुलिस ने एक अजीबोगरीब लेकिन चौंकाने वाली हरकत का खुलासा किया है. रिश्तेदारों पर रौब झाड़ने और शादी में स्टाइल मारने के चक्कर में तीन युवकों ने फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर बनने की ऐसी नाटकबाजी की कि सीधे थाने पहुंच गए. भवानीमंडी पुलिस ने लाल-नीली बत्ती लगी सफेद अर्टिगा कार (MP 13 ZN 4823) जब्त की है और एमपी के कथित ट्रैफिक इंचार्ज समेत तीन युवकों को सलाखों के पीछे भेज दिया है.
कैसे पकड़े गए ‘नकली इंस्पेक्टर’?
एसपी अमित कुमार के विशेष अभियान के तहत जब टीम जयपुरिया मिल के पास गश्त कर रही थी, तभी उन्हें ये चमकती-दमकती बत्ती वाली कार संदिग्ध लगी. रोकने पर कार चालक बंटी उर्फ रवि ने रौब झाड़ते हुए अपने आपको मध्य प्रदेश पुलिस का ट्रैफिक इंचार्ज बताया. साथ खड़े उसके दो साथी—अभिषेक और सुनील—को उसने अपना ‘स्टाफ’ बताना शुरू कर दिया. लेकिन पुलिस के सवाल थोड़े मुश्किल थे… जब उनसे पहचान-पत्र, नियुक्ति पत्र और लाल-नीली बत्ती का वैध अनुमति-पत्र मांगा गया—तो तीनों की हालत पतली हो गई, जवाब गोलमोल होने लगे और पसीना छूट गया.
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असली कहानी पूछताछ में सामने आई
कड़ी पूछताछ में आखिर बंटी उर्फ रवि ने सब उगल दिया. उसने बताया कि रिश्तेदारी में शादी थी… सोचा पुलिस इंस्पेक्टर बनकर एंट्री मारेंगे, थोड़ा रौब जम जाएगा! इसके लिए उसने अपनी कार पर लाल-नीली बत्ती लगाई और दोनों दोस्तों के साथ निकल पड़ा पूरा ‘ड्रामा’ करने. लेकिन एक गलती—और रोब का शो ऑफ सीधे जेल तक ले गया.
तीनों आरोपी गिरफ्तार, कार जब्त
भवानीमंडी थानाधिकारी रमेशचंद मीणा की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बंटी उर्फ रवि बैरवा (37) निवासी उज्जैन, अभिषेक बैरवा (22) निवासी दिल्ली, सुनील तोमर (36) निवासी उज्जैन को गिरफ्तार कर लिया. उनकी कार समेत फर्जी ‘पुलिस पावर’ भी जब्त कर ली गई है.
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