राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ियों को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। यह मामला केवल अभ्यर्थियों तक सीमित नहीं है बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंच चुका है।राजस्थान एसआई भर्ती-2021 मामले में SOG की टीम ने बुधवार को जैसलमेर के फतेहगढ़ SDM हनुमान राम को गिरफ्तार किया है। हनुमान राम ने डमी कैंडिडेट बनकर नरपतराम की जगह एसआई भर्ती परीक्षा दी थी। गिरफ्तारी के बाद हनुमान राम को जयपुर ले जाया गया है, जहां मुख्यालय में पूछताछ की जा रही है।
मास्टरमाइंड नरपतराम की गिरफ्तारी से हुआ खुलासा
दरअसल, जोधपुर रेंज पुलिस ने 3 दिन पहले पेपर लीक मामले में नरपतराम बिश्नोई (29) और उसकी पत्नी इंद्रा (27) को गिरफ्तार कर एसओजी को सौंपा था। पूछताछ में दोनों ने SDM हनुमान राम का नाम लिया था। इसी आधार पर हनुमान राम को गिरफ्तार किया गया है। जोधपुर रेंज पुलिस की साइक्लोनर टीम ने एक विशेष अभियान ‘ऑपरेशन तर्पण’ चलाकर पेपर लीक के मास्टरमाइंड नरपतराम और उसकी पत्नी इंद्रा को गिरफ्तार किया था। नरपतराम को गोवा में एक वाइन शॉप के पास से दबोचा गया, जबकि उसकी पत्नी जोधपुर में पाल रोड क्षेत्र के खेमे का कुआं इलाके में पहचान छिपाकर रह रही थी, उसे भागने से पहले ही पकड़ लिया गया।
कौन हैं SDM हनुमान राम?
बाड़मेर जिले के बिसारणियां गांव निवासी हनुमान राम विरड़ा को आरएएस परीक्षा-2021 में 22वीं रैंक मिली थी। हनुमान राम 2016 से लगातार आरएएस की तैयारी कर रहे थे और दूसरे प्रयास में आरएएस में 22वीं रैंक हासिल की। हनुमान राम ने 2016 में भाटिया आश्रम सूरतगढ़ से आरएएस की तैयारी की थी। 2016 में आरएएस की परीक्षा दी, लेकिन सेलेक्शन नहीं हुआ। इसके बाद 2018 में बाड़मेर में सांख्यिकी विभाग संगणक के पद पर चयन हुआ, लेकिन सरकारी नौकरी करते हुए आरएएस की तैयारी नहीं छोड़ी और दूसरे प्रयास में उनका सेलेक्शन हो गया। हनुमान राम की पहली पोस्टिंग 13 फरवरी 2023 चितलवाना (जालोर) में SDM के पद पर हुई थी। इसके बाद SDM बागोड़ा (सांचौर) के पद पर रहे और फिर शिव SDM के पद पर तबादला हुआ। हनुमान राम ने 11 फरवरी 2025 को जैसलमेर के फतेहगढ़ में SDM के पद पर जॉइन किया था।