Rajasthan Politics: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले कांग्रेस में संगठन को दुरूस्त करने का काम जोरों पर हैं। इन सबके बीच सीएम अशोक गहलोत ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की। सीएम की इस मुलाकात के अलग-अलग सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। वहीं दिल्ली में सीएम गहलोत आज कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी मुलाकात कर सकते है।
निकाले जा रहे सियासी मायने
राजनीतिक विश्लेषकाें की मानें तो पायलट गुट लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार की मांग कर रहा है, लेकिन चुनाव से पहले लगता नहीं कि गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार करेंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान में संगठन की नियुक्तियों को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने खड़गे से मुलाकात की। प्रदेश में जिन मंत्रियों की परफाॅर्मेंस ठीक नहीं है। ऐसे मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। मीडिया ने जब उनसे मंत्रिमंडल के विस्तार पर सवाल पूछा तो सीएम ने कहा कि मोदी ने मीडिया से पूछकर मंत्रिमंडल का विस्तार किया था क्या?
मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी!
हालांकि कुछ राजनीतिक विश्लेषक मानते है कि भले ही सीएम गहलोत अपने मंत्रियों के कामकाज से खुश हो। लेकिन एक दर्जन से ज्यादा मंत्रियों के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी है। जिसको समय रहते भापकर सत्ता विरोधी लहर को कम किया जा सकता है।
मीडिया ने कांग्रेस के ऑफिसियल इंस्टाग्राम पेज पर शेयर किए गए वीडियो के बारे में पूछा तो गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का हमेशा से ही यह रिवाज रहा है कि चुनाव के बाद कांग्रेस आलाकमान ही तय करता है कि सीएम कौन होगा? हम सब साथ मिलकर चुनाव लड़ते हैं और जब नतीजे आते हैं तो उसके बाद आलाकमान ही सीएम तय करता है।