Punjab Police Alleged For Fake Drug Smuggling Case: राजस्थान में पंजाब पुलिस के 12 जवानों के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। केस जोधपुर के झंवर पुलिस स्टेशन में कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ है। आरोपियों की पहचान लुधियाना पुलिस थाना डिवीजन 6 के इंद्रजीत, ASI सुबेग सिंह, कॉन्स्टेबल मनजिंदर सिंह, गुरुपिंदर सिंह, सुखदीप सिंह, बसंतलाल, धनवंत सिंह, हरप्रित सिंह, सतनाम सिंह, थाने के मुख्य आरक्षक, ASI राजकुमार और एक अन्य के रूप में हुई है।
झंवर थानाधिकारी मूलाराम ने मामले की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि 7 दिन पहले लुधियाना के हेमनगर जोलियाली निवासी प्रेमाराम ने जोधपुर कोर्ट में याचिका दायर की थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि उक्त पुलिस जवान उनके बेटे मनवीर विश्नोई (22) को जोधपुर से उठाकर ले गए और घर फोन करके उसे छोड़ने के बदले 15 लाख रुपये मांगे। नहीं दिए तो उन्होंने मनवीर के खिलाफ ड्रग स्मगलिंग का केस दर्ज कर दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीडिया को भी बताया। मनवीर उनकी गिरफ्त में ही है।
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बहन-पिता को फोन करके 15 लाख मांगे, ट्रांसफर करने को कहा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रेमाराम ने कोर्ट को बताया कि घटना 6 मार्च की है। उनकी बेटा मनवरी 3 साल से जयपुर में रह रहा है और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। मार्च में वह घर आया था और 6 मार्च को जोधपुर जाने के लिए निकला था, लेकिन उसके बाद वह आज तक वापस नहीं लौटा। उसकी फोन भी बंद है। 8 मार्च को उसकी गुमशुदगी की शिकायत लुधियाना पुलिस थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने नंबर ट्रेस किया तो आखिरी लोकेशन बीकानेर की मिली।
8 मार्च को ही मनवीर की बहन को फोन आया। कॉल करने वाले ने मनवीर को छोड़ने के बदले 15 लाख रुपये मांगे। एक नंबर पर पैसे ट्रांसफर करने को कहा। प्रेमाराम को भी फोन करके 15 लाख देने को कहा गया। नहीं देने पर मनवीर को नुकसान पहुंचाने और झूठे केस में फंसने की धमकी दी। लुधियाना पुलिस कर्मियों का नंबर भी बंद आया तो जोधपुर के झंवर पुलिस स्टेशन में कॉल करके मनवीर के बारे में बताकर प्राथमिकी दर्ज कराई।
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CCTV फुटेज में इनोवा में मनवीर को ले जाते दिखे पुलिस वाले
प्रेमाराम ने बताया कि अगले दिन 9 मार्च को लुधियाना पुलिस का प्रेस नोट मिला। इसमें मनवीर को 2 किलो अफीम के साथ पकड़ने का दावा किया गया। लिखा था कि मनवीर फीस भरने के लिए नशा तस्करी करता था। 8 मार्च को वह लुधियाना में बस स्टैंड पर अफीम की सप्लाई करने के लिए खड़ा था। उसके बैग से 2 किलो अफीम मिली है। इसके बाद प्रेमाराम ने पुलिस कार्रवाई नहीं होने से निराश होकर खुद सबूत खंगालने शुरू किए।
उन्होंने पंजाब से जोधपुर जाने वाला रास्ता पकड़ा और रास्ते में पड़ने वाले टोल प्लाजा पर लगे CCTV टोल कर्मियों से रिक्वेस्ट करके खंगाले। इस दौरान जोधपुर से बीकानेर जाने वाले टोल से मिली फुटेज में देखा की पंजाब की लुधियाना पुलिस एक इनोवा कार में मनवीर को ले जा रही थी। यह फुटेज 7 मार्च की थे। इसमें वे पुलिस कर्मी भी थे, जो उस फोटो में थे, जो पुलिस की ओर से प्रेस नोट के साथ जारी की गई थी। 2 महीने चक्कर काटने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो इस फुटेज के साथ उन्होंने कोर्ट को लिखित शिकायत दी।
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