अलवर: राजस्थान के अलवर जिले में सट्टा व राखी कारोबारी की हत्या की खबर से बावल मचा हुआ है। व्यवसायी घनश्याम सैनी की हत्या (Ghanshyam Saini murder case) के विरोध में शनिवार को सैनी समाज और संयुक्त व्यापार महासंघ के सदस्य राजीव गांधी सामान्य हॉस्पिटल पर एकत्रित हुए। उन्होंने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संयुक्त व्यापार महासंघ ने आरोपियों को 5 दिनों में पकड़ने का ज्ञापन सौंपा और पुलिस से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। अन्यथा लोड सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।
जानकारी के मुताबिक व्यवसायी घनश्याम सैनी गंभीर हालत में सड़क पर पड़े मिले थे। उन्हें इलाज के लिए राजीव गांधी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सुचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया। फिर अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।
पुलिस की टीम का गठन
जिला एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि दिन में कारोबारी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मामले की जांच के लिए पुलिस की तीन टीमें बनाई गई है। बताया जा रहा है कि कारोबारी का कई राज्यों में सट्टे और अलवर में राखी का कारोबार था।
वहीं मृतक के बड़े बेटे अनिल सैनी ने बताया कि पिता घनश्याम सैनी (62) रोज की तरह शुक्रवार की सुबह साढ़े नौ बजे दुकान पर जाने के लिए स्कूटी से घर से निकला था। लेकिन, दुकान पर नहीं पहुंचे। दोपहर 12.30 बजे उसकी पत्नी ने उसके पिता को खाना खाने के लिए बुलाया। लेकिन, पिता को मोबाइल नहीं मिला। उसके बाद करीब 1 बजे बेटे ने फोन किया। तब घनश्याम सैनी ने कहा कि वह आउट हो गए हैं। शाम तक अलवर पहुंचेंगे।
आगे अनिल ने कहा कि उसके पिता की आवाज घुट रही थी। जैसे उनका अपहरण कर लिया गया हो। लेकिन, इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है। जिसके बाद पिता ने कोतवाली में गुमशुदगी की सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल ट्रेस के जरिए उसका पता लगाने का प्रयास किया।
मोबाइल की मदद लोकेशन ट्रेस
पुलिस ने मोबाइल की मदद से घनश्याम सैनी की लोकेशन ट्रेस की। उनकी लोकेशन तिजारा के नौरंगाबाद गांव में मिली। इस पर तिजारा पुलिस से संपर्क करके परिजनों को तिजारा भेजा गया। लोगों का कहना है कि मृतक का कई राज्यों में सट्टे का कारोबार था। पहले भी एक बार इनका अपहरण हो चुका है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।