जयपुर: राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा के पुत्र और भाजपा के कद्दावर नेता अशोक शर्मा (BJP Ashok Sharma) का बुधवार तड़के करीब 4:00 बजे दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ने से निधन हो गया। उनके निधन से धौलपुर में शोक की लहर है। सुबह से ही उनके आवास पर राजनेता समाजसेवी और जिले भर के लोग शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंच रहे हैं।
अशोक शर्मा राजस्थान सरकार में मंत्री रहे बनवारी लाल शर्मा के जेष्ठ पुत्र हैं। वर्ष 2008 में धौलपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे। लेकिन निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के अब्दुल सगीर ने उनको हराया था।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अशोक शर्मा को भाजपा में शामिल करवाया था। राजे ने ही उन्हें साल 2018 में राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का प्रत्याशी बनाया था। लेकिन वो निकटतम प्रतिद्वंदी रोहित बोहरा से चुनाव हारे गए थे।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजाखेड़ा से भाजपा प्रत्याशी श्री अशोक शर्मा जी के आकस्मिक निधन से आहत हूँ। एक जनप्रतिनिधि के रूप में वह क्षेत्र के लिए और क्षेत्र के लोगों के लिए हमेशा तत्पर रहे। उनकी बेदाग़ छवि और बेबाकी ही उनको सबसे अलग बनाती थी।#BJP4Rajasthan pic.twitter.com/hhOYFuZ4cp
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अशोक शर्मा का निधन जिले के लिए एक बड़ा नुकसान है। राजनीति में उनकी छवि बेदाग मानी जाती थी। अपनी बेबाकी के लिए भी वो जाने जाते थे। ब्राह्मण समाज की समस्याओं को लेकर भी वो हमेशा मुखर रहे और नेतृत्व भी करते रहे। उनके पिता बनवारी लाल शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी चुनाव में हराया था, लेकिन वर्ष 2018 से बनवारी लाल शर्मा और अशोक शर्मा की नजदीकियां पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से बढ़ गई थी। अशोक शर्मा के निधन से जिले भर में शोक की लहर देखी जा रही है।