चूरू: राजस्थान के चूरू (Churu) जिला जेल में पोक्सो एक्ट के तहत जेल में बंद 22 वर्षीय कैदी ने सोमवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के पिता ने मंगलवार को कोतवाली में सरदारशहर में तैनात एक आरक्षक समेत 6 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। जेल में आत्महत्या का यह पहला मामला है। इधर, मृतका के परिजनों व समाज के लोगों ने पोस्टमार्टम के बाद आरोपी आरक्षक को निलंबित करने की मांग को लेकर शव लेने से इनकार कर दिया।
देर शाम तक डीएसपी राजेंद्र बुराक व नगर कोतवाल सतीश यादव चर्चा में लगे रहे, लेकिन परिजन मांग पर अड़े रहे। मृतक के पिता ने कोतवाली में 6 लोगों की हत्या का मामला दर्ज कराया है। कोतवाली सीआई सतीश कुमार यादव के अनुसार सरदारशहर के वार्ड 25 निवासी पूनमचंद शर्मा ने बताया कि उनका बेटा छगनलाल भालेरी थाने में दर्ज एक मामले में चुरू जेल में बंद है।
मिली जानकारी के मुताबिक कैदी संदिग्ध हालत में टॉयलेट में पानी के पाइप से लटका हुआ मिला जिसके बाद राजकीय भरतिया अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। घटना के बाद मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि उनके बेटे के साथ जेल में हर दिन मारपीट होती थी और उसे जान का खतरा था। वहीं पिता की शिकायत के बाद मामले में चूरू के कोतवाली थाने में 6 लोगों के खिलाफ मर्डर का मामला दर्ज किया गया है।
वहीं एसपी ने घटना में एक थाने के कांस्टेबल की लिप्तता पाए जाने के बाद उसे सस्पेंड कर दिया है। घटना के मुताबिक कैदी छगनलाल शर्मा (22) पोक्सो के एक मामले में पिछले मई महीने से जिला जेल में सजा काट रहा था और चूरू के सरदारशहर का रहने वाला था।