Heavy Rain in Rajasthan: प्रदेश में लौटते मानसून की बारिश ने किसानों पर कहर बरपाया है। मानसून सीजन के अंत में कई दिनों से हो रही लगातार बरसात की वजह से खरीफ की फसल चौपट हो गई है। इस बारिश ने खेतों में कटने को तैयार खड़ी फसल और कटी हुई फसल या पैदावार को चौपट कर दिया है। आसमानी आफत से दुखी किसान अब सरकार से मदद की निगाह से देख रहे हैं।
बता दें कि मानसून की विदाई के समय बरसात से खरीफ की फसल बाजरा को ज्यादा नुकसान हुआ है। किसानों ने बाजरे की फसल को काट लिया था मगर खेत में ही छोड़ दिया था सूखने के लिए। लेकिन इसी बीच बरसात का दौर शुरू हो गया इसलिए खेतों में पड़ी बाजरे की फसल नष्ट हो गई।
प्रदेश के कई जिलों में एक ही दिन में इतना पानी बरसा की खेत लबालब हो गए, नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। बांधों के गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। कोटा बैराज के दो गेट खोलकर 3800 क्यूसेक पानी की निकासी की गई।
वहीं मौसम विभाग द्वारा पूर्वी राजस्थान में 25 सितम्बर तक बरसात का अलर्ट जारी किया है। शनिवार को सुबह से ही घने काले बादल छाए हुए हैं और तेज हवा चल रही है। इससे बारिश के आसार बन रहे है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को जयपुर, अजमेर, अलवर, भरतपुर, दौसा, झुंझुनूं, करौली, सीकर, टोंक समेत 19 जिलों में तेज बारिश होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में इस बार मानसून अच्छा रहा है। कई जिलों को बरसात से बाढ़ जैसे हालातों का सामना करना पड़ा है। लेकिन विदा लेते मानसून की बरसात ने एक तरफ जहां किसानों को दुखी किया तो दूसरी तरफ किसानों को बरसात से फायदा भी है, क्योंकि इस समय की बरसात, रबी की फसल के लिए सोना होती है।