जयपुर: राजस्थान के कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल का एक विवादित बयान सामने आया है। मेघवाल ने शनिवार को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में महिलाएं अभी भी एक छलनी के माध्यम से चंद्रमा को देखती हैं और करवा चौथ पर अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं, जबकि विकसित देशों में महिलाएं विज्ञान की दुनिया में अपना लोहा मनवा रही हैं। कैबिनेट मंत्री के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने मेघवाल से माफी मांगने और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
"चीन में 80%, अमेरिका में 50% महिलाएं काम करतीं हैं, और भारत में महिला करवा चौथ पर छलनी देखती हैं" : राजस्थान के कैबिनेट मंत्री @GovindRMeghwal pic.twitter.com/5HJeqBFU4P
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कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने क्या कहा…
आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री ने जयपुर में डिजिफेस्ट के समापन समारोह में पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा कि चीन में 80 फीसदी और अमेरिका में 50 फीसदी महिलाएं काम करतीं हैं, विज्ञान की दुनिया में जी रही हैं, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज भी यहां करवा चौथ पर महिलाएं छलनी से देखती हैं, अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। उन्होंने कहा, “लोग (दूसरों को) अंधविश्वास में धकेल रहे हैं, वे धर्म और जाति के नाम पर दूसरों से लड़ रहे हैं।” बता दें कि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद थे।
भाजपा ने गोविंद राम मेघवाल पर साधा निशाना
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने मंत्री मेघवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि कल्पना चावला अंतरिक्ष में गई थीं और कई भारतीय महिलाएं पायलट के रूप में काम कर रही हैं। शर्मा ने कहा, “उन्होंने (गोविंद राम मेघवाल) देश की करोड़ों महिलाओं का अपमान किया है। उन्हें माफी मांगनी चाहिए और बयान वापस लेना चाहिए। मुख्यमंत्री को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।”
कैबिनेट मंत्री ने बयान को लेकर दी सफाई
भाजपा नेता ने कहा कि भारतीय महिलाएं परंपराओं का पालन करने के लिए जानी जाती हैं और वे अपने निजी जीवन और पेशे के बीच संतुलन बनाना जानती हैं। हालांकि, मेघवाल ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि वह केवल वैज्ञानिक सोच और शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं करवा चौथ के खिलाफ नहीं हूं। जो कोई भी इसका पालन करना चाहता है, वह ऐसा कर सकता है। मैं वैज्ञानिक स्वभाव के महत्व के बारे में बात कर रहा था।”