जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य को धार्मिक पर्यटन के केंद्र के रूप में विकसित करना चाहती है, जिसके लिए पूजा स्थलों को हर तरह की सुविधाओं से लैस किया जाना चाहिए। उन्होंने धार्मिक मेलों के प्रबंधन की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में अधिकारियों को उनके सुरक्षित संचालन के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार श्रद्धालुओं को हर तरह की सुविधा और सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कटिबद्ध है। राज्य सरकार की मंशा है कि राजस्थान को धार्मिक पर्यटन के अद्भुत केंद्र के रूप में विकसित किया जाए।’ सीएम गहलोत ने बैठक में कहा, “राज्य के सभी धार्मिक स्थल सुंदर और सभी सुविधाओं से लैस होने चाहिए।” बैठक में धार्मिक नेताओं ने भी वीडियोकांफ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया।
सरकार की मंशा है धार्मिक मेलों के आयोजन में इस प्रकार की व्यवस्था की जाए कि दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं को दर्शन में किसी प्रकार की असुविधा ना हो। मेलों के सफल आयोजन हेतु जिला प्रशासन व मेला समिति में अच्छा समन्वय आवश्यक है।दोनों के बीच नियमित अंतराल पर बैठकें होती रहनी चाहिए।
2/2— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 3, 2022
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मुख्यमंत्री ने कहा कि मेलों में सुरक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का सही ढंग से पालन किया जाए। मुख्यमंत्री गहलोत ने धर्मगुरुओं से सुविधाओं में सुधार के लिए सुझाव भी मांगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार धार्मिक मेलों के सफल और सुरक्षित संचालन के लिए काम कर रही है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि धार्मिक स्थलों पर पेयजल की सुविधा, शौचालय, पार्किंग और अन्य बुनियादी सुविधाओं सहित सभी मांगों पर सरकार विचार करेगी और धन की कोई कमी नहीं होगी। बैठक में देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत और मुख्य सचिव उषा शर्मा मौजूद रहीं।