Rajasthan Political Crisis: प्रदेश की राजनीति में चार दिन से मचे घमासान के बीच मंत्री परसादी लाल मीणा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘राजस्थान में एक साल पहले चुनाव लड़ना मंजूर है , लेकिन बीजेपी और शाह की गोद मे बैठने वाले पायलट को सीएम के रूप में स्वीकार नहीं कर सकते।’
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आगे उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति बीजेपी और अमित शाह के ऑफिस एवं घर में जाकर बैठा हो, जिसके पास हरियाणा पुलिस का पहरा रहा हो, हम उसको सीएम बर्दाश्त नहीं कर सकते। जनता हमको छोड़ेगी नहीं और हम अगला चुनाव नहीं जीत सकेंगे।
मंत्री मीणा ने कहा कि सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया तो पंजाब जैसे हालात हो जाएंगे। ऐसे मुख्यमंत्री से अच्छा है कि हम एक साल पहले चुनाव लड़ लें। उन्होंने कहा कि इस्तीफा देकर 1 साल पहले चुनाव लड़ना मंजूर है लेकिन, जिस व्यक्ति की अमित शाह ने पैरवी की हो उसको मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे।
वहीं भाजपा का नाम लेकर सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए चिकित्सा मंत्री ने कहा कि सतीश पूनिया कह रहे हैं कि सचिन पायलट के लिए अब भी हमारे दरवाजे खुले हुए हैं। इसका मतलब पहले भी दरवाजे खुले हुए थे और अब भी खुले हुए हैं। मीणा ने कहा कि वह मुख्यमंत्री की दौड़ में नहीं है। कांग्रेस आलाकमान, सोनिया गांधी और अशोक गहलोत ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दे रखी है। वे उससे गौरवान्वित और सन्तुष्ट हैं।
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इसके अलावा राजस्थान में मुख्यमंत्री के सवाल को लेकर कहा कि गहलोत के अलावा राजस्थान में कोई भी मुख्यमंत्री का दावेदार नहीं है। यदि अशोक गहलोत 19 अक्टूबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं, तब 102 विधायकों में से कांग्रेस आलाकमान जिसे सीएम बनाना चाहेगा, वह स्वीकार होगा।
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