Rajasthan Budget 2023: राजस्थान में पहली बार बजट भाषण के दौरान सदन को स्थगित करना पड़ा। सीएम अशोक गहलोत शुक्रवार को विधानसभा में पुराना बजट भाषण पढ़ दिया। इस दौरान विपक्ष ने भारी हंगामा कर दिया। विपक्षी नेता भारी हंगामा करते हुए विपक्षी सदस्य सदन के वेल में आ गए। विपक्ष ने सरकार पर बजट लीक करने का आरोप लगाया।
बजट भाषण में यह बोले सीएम
अपने बजट भाषण की शुरूआत करते हुए सीएम ने कहा कि सरकार ने हर वर्ग के लोगों के लिए काम किया है। कोरोना काल में कोई भूखा नहीं सोया। प्रदेश की जनता को और अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। शहरों में 100 दिन के लिए इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गांरटी योजना लागू करने की घोषणा करता हूं, इस पर 800 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
वहीं मनरेगा के तहत गांव में 100 दिन के रोजगार को बढ़ाकर 125 दिन का किया जा रहा है। इस पर करीब 750 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
जब सीएम ने भाषण पढ़ना शुरू किया तो उन्होंने पिछले बजट की 2 घोषणाओं को हूबहू पढ़ लिया। सीएम 6 मिनट तक बजट भाषण ऐसे ही पढ़ते रहे। उसके बाद सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने सीएम ने कान में आकर कुछ कहा।
इस बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सदन में खड़े हो गए। उनके पीछे बीजेपी के सभी विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे।
सीएम बोले ऐसी मानवीय गलतियां पहले भी होती आई है
स्पीकर की ओर से बजट दोबारा पेश करने की अनुमति मिलने के बाद गहलोत ने बोलना शुरू किया। उन्होंने कहा कि काॅपी वही आपकों मिली है, जो बजट में पढ़ने वाला था। ये बजट को प्रेस में मैंने नहीं छुपाया। मुझे बताइए अगर मैं एक पेज गलत पढ़ने लग गया, वो ही लोग जिन्होंने बजट बनवाया, उनमें से कोई मुझे कनवे करें कि पेज गलत आ गया। इसमें लीक होने की बात कहां से आती है।
सीएम ने कहा कि ऐसी मानवीय गलतियां पहले भी होती आई है। इसके जवाब में राजे ने कहा कि कोई भी सीएम अगर अपने भाषण में इस तरह की गलती करे तो आई फील कि राजस्थान का क्या होगा?