जयपुर: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना कल यानि 8 सितंबर को अजमेर आएंगी। यहां गरीब नवाज ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में जियारत करेंगी। उनके आगमन को लेकर प्रशासन हाई अलर्ट है। जियारत के दौरान दरगाह में चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा रहेगी। बांग्लादेश पीएम की दरगाह में आने से 30 मिनट पहले और जाने के 20 मिनट बाद तक दरगाह में आमजन को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। दरगाह में केवल उस वक्त पास धारक व्यक्ति ही रहेंगे।
पीएम शेख हसीना के इस दौरे को लेकर अजमेर पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को लेकर व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। अजमेर पुलिस अधीक्षक चुनाराम के नेतृत्व में प्रधानमंत्री शेख हसीना के रूट को ध्यान में रखते हुए विशेष सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए जा रहे हैं, जिसको लेकर तमाम पुलिस अधिकारियों और जवानों को उनकी ड्यूटी के बारे में जानकारी दी गई।
इस दौरान 6 आईपीएस और 12 एडिशनल एसपी के साथ ही दर्जनों पुलिस अधीक्षक एसआई रैंक के अधिकारी मॉनिटर के लिए तैनात किए जा रहे हैं। वहीं डेढ़ हजार होमगार्ड और पुलिसकर्मियों का जाब्ता चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखेगा, अजमेर पुलिस लाइन में एसपी चुनाराम और अन्य अधिकारियों द्वारा तमाम जाप्ते को दिशा-निर्देश दिए गए और किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
दौरे को लेकर अजमेर रेंज के आईजी रूपिंदर सिंघ ने बताया कि बांग्लादेश गवर्नमेंट की प्रधानमंत्री शेख हसीना 8 सितंबर को अजमेर यात्रा पर आ रही है और वह अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ दरगाह में हाजिरी देकर जियारत करेंगी। वह अजमेर पहुंचने पर सबसे पहले सर्किट हाउस पंहुचेगी और विश्राम करने के बाद अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ दरगाह जियारत के लिए जाएगी और दरगाह जियारत के बाद वापस सर्किट हाउस पंहुचेगी। जहां विश्राम करने के बाद वापस अजमेर से रवाना होगी।
गौरतलब है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना कई बार अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह आ चुकी हैं। पीएम के पद पर रहते हुए 2010 और 2017 में वे अजमेर शरीफ की दरगाह पर आई। 1975 से 1980 तक शेख हसीना दिल्ली रहा करती थीं। इस दौरान भी वह अजमेर दरगाह आती रहीं।