जयपुर: राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल से 3 अगस्त को बांगड़ यूनिट से किडनैप किए गए 4 महीने के मासूम बच्चे को जयपुर पुलिस ने सकुशल दस्तयाब कर लिया है। 3 दिन बाद पुलिस ने बच्चे को शिप्रा पथ थाना इलाके के रीको इंडस्ट्रियल एरिया के पवन विहार कॉलोनी से दस्तयाब किया है। बच्चे को किडनैप करने वाले एक आरोपी राजू उर्फ हेमेंद्र को पुलिस ने मामले में गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक आरोपी हेमेंद्र के घर में 4 बेटियां थी और बेटा नहीं था। ऐसे में बेटे की चाहत में हेमेंद्र ने करीब 1 महीने की रेकी करने के बाद 4 महीने के दिव्यांश को सवाई मानसिंह अस्पताल से किडनैप किया। आरोपी ने वारदात को अंजाम देने के लिए कई दिन तक दिव्यांश के परिजनों कि मदद के बहाने विश्वास में लिया और फिर मौका देख कर बच्चे का किडनैप कर फरार हो गया। 3 दिन तक आरोपी ने इस बच्चे को अपने घर पर छुपाए रखा।
कांस्टेबल को मुखबिर से मिली थी सूचना
अचानक से महेश नगर थाने के कांस्टेबल भीम सिंह को मुखबिर से सूचना मिली थी कि जयपुर शहर के अस्पताल से गायब हुआ 4 महीने का मासूम दिव्यांश शिप्रा पथ के रीको इंडस्ट्रियल एरिया के पवन विहार कॉलोनी में एक मकान में देखा गया है। सूचना पर कॉन्स्टेबल भीम सिंह खुद अकेला कॉलोनी में पहुंचा और आरोपी के बारे में सूचना जुटाना शुरू कर दिया। सूचना पुख्ता हो जाने के बाद कांस्टेबल भीम सिंह ने महेश नगर थाने की मदद से आरोपी को बच्चे के साथ रंगे हाथों दबोच लिया।
पहले भी कर चुका है कोशिश
पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी राजू उर्फ हेमेंद्र पिछले 6 महीने से अपने लिए एक बच्चे की किडनैपिंग करने की योजना बना रहा था। उसे बच्चे की चाहत थी ऐसे में सिंधी कैंप, रेलवे स्टेशन पर भी आरोपी ने बच्चा किडनैप करने की योजना भी बनाई थी। लेकिन इस योजना में आरोपी फेल हो गया। मोका देख कर आरोपी सवाई मानसिंह अस्पताल से ये बच्चा चोरी करने में कामयाब हो गया।
परिवार की भूमिका की भी जांच होगी
हालांकि इस पूरे प्रकरण में हेमेंद्र के परिवार की भूमिका को लेकर भी पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। किडनैपिंग के इस प्रकरण में परिवार की भूमिका पाए जाने पर अन्य लोगों को भी पुलिस गिरफ्तार कर सकती है। पुलिस ने बच्चे को सकुशल दस्तयाब कर उसके परिजनों को सौंप दिया है। बच्चा पाकर जयपुर पहुंचा परिवार भी खासा खुश नजर आया।
ये था मामला
बता दें कि दौसा के सैंथल निवासी चांदराना निवासी अंकुर योगी का चार वर्षीय बेटा आयुष 25 जुलाई से बांगड़ में न्यूरो सर्जरी वार्ड में भर्ती है। अंकुर के साथ पत्नी कैला देवी, चार माह का पुत्र दिव्यांश उर्फ लक्की, पिता कालूराम रावत और मां ढोली देवी भी अस्पताल में थे। 3 अगस्त को कालूराम बांगड़ के गेट के बाहर बैठे पोते को खिला रहे थे। तभी उनके साथ घूम रहे एक युवक ने कालूराम को भोजन करने के लिए कहकर दिव्यांश को गोद में ले लिया और उसे खिलाने लग गया। कालूराम भोजन करने लगे और युवक दिव्यांश को किडनेप कर ले गया।