पंजाब और हरियाणा के बीच पिछले कुछ दिनों से BBMB के पानी बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। इस मामले में BBMB ने 30 अप्रैल को एक बड़ा फैसला लेते हुए पंजाब से हरियाणा को 8,500 क्यूसेक पानी देने का आदेश दिया। हालांकि, पंजाब सरकार द्वारा BBMB के इस फैसले का कड़ा विरोध किया जा रहा है। इसको लेकर पंजाब में शुक्रवार को ऑल पार्टी मीटिंग की गई। इस मीटिंग में बीजेपी से सुनील जाखड़ भी पहुंचे। बैठक में राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियां BBMB के हरियाणा को पानी देने के फैसले के खिलाफ मान सरकार के साथ खड़े रहने की बात कही है।
मान सरकार को मिला भाजपा नेता का साथ
सीएम भगवंत मान की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में शामिल पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा नेता परनीत कौर ने पंजाब के पानी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जो प्रस्ताव हरियाणा को 8,500 क्यूसेक पानी देने के लिए पास हुआ है, वह उस प्रस्ताव की निंदा करती हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब का एक बूंद पानी भी किसी बाहरी राज्य जाने नहीं दिया जाएगा। वहीं, अकाली दल के नेता बलविंद्र सिंह भूंडर ने पंजाब सरकार का साथ देते हुए कहा कि पानी के मसले पर सभी को राजनीतिक और कानूनी पक्ष से एकजुट होना चाहिए।
CM @BhagwantMann ਜੀ ਦੀ ਅਗਵਾਈ ‘ਚ ਪੰਜਾਬ ਭਵਨ, ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਵਿਖੇ ਪਾਣੀ ਦੇ ਅਹਿਮ ਮੁੱਦੇ ‘ਤੇ ਆਲ-ਪਾਰਟੀ ਮੀਟਿੰਗ ਹੋਈ।ਪੰਜਾਬ ਦੀਆਂ ਮੁੱਖ ਸਿਆਸੀ ਧਿਰਾਂ ਨੇ ਮੀਟਿੰਗ ‘ਚ ਹਿੱਸਾ ਲਿਆ, ਸਾਰੀਆਂ ਪਾਰਟੀਆਂ ਦੇ ਨੁਮਾਇੰਦਿਆਂ ਨੇ ਪਾਣੀ ਦੇ ਮਸਲੇ ‘ਤੇ CM ਮਾਨ ਦੇ ਸਟੈਂਡ ਦੀ ਸ਼ਲਾਘਾ ਕਰਦਿਆਂ ਅੱਗੇ ਵੀ ਪੰਜਾਬ, ਪੰਜਾਬੀਆਂ ਤੇ ਪੰਜਾਬ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਹੱਕ… pic.twitter.com/CdNQCxj0bA
— AAP Punjab (@AAPPunjab) May 2, 2025
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पंजाब की जिंदगी का मुद्दा
वहीं, कांग्रेस ने पानी के मुद्दे पर पंजाब सरकार का खुलकर समर्थन किया है। पंजाब के पूर्व स्पीकर राणा केपी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान की तारीफ की और कहा कि पानी का मुद्दा पंजाब की जिंदगी का मुद्दा है, कांग्रेस इस मसले पर सीएम मान के साथ है। कांग्रेस नेता तृप्त बाजवा ने ऑल पार्टी मीटिंग बुलाने के लिए सीएम मान का धन्यवाद किया। तृप्त बाजवा ने कहा कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से समय मांगा जाना चाहिए और एक ऑल पार्टी डेलीगेशन को उनसे मुलाकात करनी चाहिए।
पानी पर पंजाब का हक
सिखों के सर्वोच्च तख्त श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज ने कहा कि पंजाब के पानी पर पंजाब का हक है। सरकारों को इस मसले पर धक्का नहीं करना चाहिए। जब बाढ़ आती है तो उसका सामना भी पंजाब ही करता है। वहीं CPI के नेता बंट सिंह बरार ने कहा कि इस मुद्दे पर ऑल पार्टी मीटिंग बुलाना एक समझदारी भरा फैसला है। पंजाब में पानी की भारी कमी है। पंजाब ने पहले की मानवता के आधार पर 4,000 क्यूसेक पानी हरियाणा को दे दिया है। केंद्र का यह नजरिया देश के संघीय ढांचे के खिलाफ है। वहीं, बसपा के अवतार सिंह करीमपुरी ने कहा कि पंजाब ने काले दिनों के दौरान बहुत कुछ सहा है। केंद्र का यह कदम पंजाब की आत्मा को मारने जैसा है। सुखविंदर सिंह सेखों ने कहा कि पंजाब के जल का नुकसान मंजूर नहीं किया जाएगा।
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हरियाणा को पानी देने का समर्थन
इसके अलावा बीजेपी के नेता अभी भी हरियाणा को पानी देने के समर्थन में हैं। मनोरंजन कालिया ने पिछली सरकारों का हवाला देते हुए कहा कि पहले तो कभी ज्यादा पानी देना मुद्दा नहीं बना था। इस दौरान सुनील जाखड़ भी हरियाणा को पानी देने के पक्ष में थे। उन्होंने कहा कि हमें पड़ोसी राज्यों के साथ रिश्ते खराब नहीं करने चाहिए।