Punjab News: उपचुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू के समर्थन में चुनावी रैलियों में बोलते हुए, सीएम मान ने आरोप लगाया कि नशे की समस्या ने पूरे पंजाब में अपने पैर इसलिए फैलाए क्योंकि इसे “अकाली शासन के दौरान संरक्षण मिला था”.
भगवंत मान ने रविवार को शक्तिशाली बादल परिवार के खिलाफ अपनी राजनीतिक बयानबाजी तेज कर दी और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया, जिन्हें ‘माझे दा जरनैल’ भी कहा जाता है, पर निशाना साधा.
‘अपराधियों’ पर निशाना
एक दिन बाद, सीधे तौर पर किसी का नाम लिए बिना, सीएम मान ने कुछ नामचीन हस्तियों पर मादक पदार्थों की तस्करी के जरिए “युवाओं के नरसंहार के पीछे अपराधी” होने का आरोप लगाया.
भगवंत मान ने आरोप लगाते हुए कहा कि ‘ये नेता न केवल राज्य भर में मादक पदार्थों के व्यापार को संरक्षण देते थे, बल्कि अपने सरकारी वाहनों में मादक पदार्थों की बिक्री और आपूर्ति भी करते थे.’ उन्होंने इस व्यापार को कथित तौर पर प्राप्त संस्थागत समर्थन की गंभीरता को रेखांकित किया.
मुख्यमंत्री मान ने जोर देकर कहा कि पारंपरिक राजनीतिक दल उनसे ईर्ष्या करते हैं क्योंकि उन्हें यह बर्दाश्त नहीं होता कि एक आम आदमी का बेटा राज्य पर प्रभावी ढंग से शासन कर सके. उन्होंने दावा किया कि इन दलों के “जनविरोधी और पंजाब विरोधी रुख” के कारण जनता का इन पर से विश्वास उठ गया है.
अकालियों और कांग्रेस की आलोचना
मुख्यमंत्री मान ने अपनी सबसे तीखी आलोचना शिरोमणि अकाली दल (SAD) नेता सुखबीर सिंह बादल पर की, जिन पर उन्होंने “राजनीतिक हथकंडों” के जरिए जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने 2007 से 2017 तक के उस दौर को, जब पंजाब में शिरोमणि अकाली दल सत्ता में था, “राज्य का सबसे काला दौर” करार दिया, जिस दौरान परिवहन, केबल, रेत और ड्रग माफिया ने “अपनी ताकत का प्रदर्शन” किया. कांग्रेस को भी सीएम मान की आलोचना का सामना करना पड़ा, जब उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग उन पार्टियों को कभी माफ नहीं करेंगे जिन्होंने “राज्य को बर्बाद” किया है या, ऐतिहासिक रूप से, “हरमंदर साहिब (स्वर्ण मंदिर) पर हमला करने के लिए टैंकों का इस्तेमाल किया है.’
विकास के दावे
मुख्यमंत्री मान ने दावा किया कि उनके प्रशासन ने पंजाब का समग्र विकास और समृद्धि सुनिश्चित की है और विपक्ष की आलोचना को निराधार बताया और कहा कि यह केवल “आलोचना के लिए” की गई है. उन्होंने “56,000 से ज़्यादा सरकारी कर्मचारियों की पारदर्शी भर्ती” को एक बड़ी उपलब्धि बताया और दावा किया कि भर्ती प्रक्रिया “पूर्णतः विश्वसनीय” होने के कारण एक भी नियुक्ति को अदालत में चुनौती नहीं दी गई.
सीएम भगवंत मान ने विश्वास व्यक्त किया कि तरनतारन उपचुनाव में AAP भारी जीत दर्ज करेगी. उन्होंने शून्य बिजली बिल जैसी लोकप्रिय राहत योजनाओं का हवाला दिया और कहा कि अब पंजाब के 90% परिवारों को लाभ मिल रहा है. उन्होंने दावा किया कि किसानों को धान की खेती के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल रही है, जिससे लंबे समय से चली आ रही समस्याएँ दूर हो रही हैं.










