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पंजाब

Ludhiana West By-election 2025: उपचुनाव में आप-भाजपा में सीधी टक्कर, कांग्रेस पिछड़ी

Ludhiana West By-election 2025: पंजाब के लुधियाना वेस्ट विधानसभा उपचुनाव हो रहे हैं। इस चुनाव को लेकर राज्य की सभी पार्टियों में तनातनी चल रही है। यहां आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। पढ़ें लुधियाना से अमित पांडे की रिपोर्ट...

Author Written By: Amit Panday Author Edited By : Pooja Mishra Updated: Jun 17, 2025 13:35
Ludhiana West By-election 2025
लुधियाना वेस्ट विधानसभा उपचुनाव (News24 GFX)

Ludhiana West By-election 2025: पंजाब के लुधियाना वेस्ट विधानसभा उपचुनाव में पंजाब की राजनीति में एक बार फिर जबरदस्त घमासान देखने को मिल रहा है। यह चुनाव सिर्फ एक सीट का उपचुनाव नहीं है, बल्कि यह पूरे राज्य की राजनीति के लिए एक संकेतक बनता जा रहा है। आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है, वहीं कांग्रेस तीसरे पायदान पर जाती दिखाई दे रही है।

अब है प्रतिष्ठा की लड़ाई

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लुधियाना वेस्ट सीट पर जीत आम आदमी पार्टी के लिए केवल एक सीट का सवाल नहीं, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले अपनी पकड़ मजबूत करने का मौका है। पार्टी ने पूरे जोरशोर से प्रचार अभियान चलाया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया समेत पार्टी के कई बड़े नेता लगातार जनसभाएं कर रहे हैं और स्थानीय उम्मीदवार संजीव अरोड़ा के समर्थन में मोहल्ला सभाएं, रोड शो और जनसंपर्क कर रहे हैं। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर आप चाहते हैं कि आपके इलाके में काम हो, तो सिर्फ AAP विधायक ही उसे सुनिश्चित कर सकते हैं।

बीजेपी ने चुनाव में झोंकी पूरी ताकत

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बीजेपी इस उपचुनाव को लेकर बेहद गंभीर नजर आ रही है। पार्टी ने अपने दो मुख्यमंत्री मैदान में उतार दिए हैं। इसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता शामिल हैं। भाजपा के ये दोनों नेता लुधियाना वेस्ट में धुआंधार तरीके से पार्टी का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू लुधियाना में डेरा डाले हुए हैं। इनके अलावा अनुराग ठाकुर ने बीजेपी के उम्मीदवार जीवन गुप्ता के समर्थन में जनता से वोट मांगा है।

सीएम सैनी ने साधा पंजाब सरकार पर निशाना

लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव को लेकर सीएम नायब सिंह सैनी शनिवार को पंजाब पहुंचे। यहां उन्होंने लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी जीवन गुप्ता के समर्थन में आयोजित रैली में हिस्सा लिया। जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम सैनी ने कांग्रेस पर बड़े आरोप लगाए। उन्होंने पंजाब की भगवंत मान सरकार पर निशाना साधते हुए हमला बोला और कहा कि दिल्ली के बाद अब पंजाब की जनता आप सरकार की विदाई करने के लिए तैयार है। अपने इस पंजाब दौरे के दौरान सैनी ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी रणनीति को लेकर मंथन किया।

लुधियाना पहुंची दिल्ली की सीएम रेखा

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी रविवार को लुधियाना पश्चिमी उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी के प्रचार के लिए लुधियाना पहुंची। रेखा गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर जमकर जुबानी हमला बोला। रेखा गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली में बड़े-बड़े वादे किए थे और वहां से भाग कर पंजाब में बैठे हुए हैं। वो फिर से झूठ बोल रहे हैं।

बीजेपी का चुनावी फोकस भ्रष्टाचार, कानून-व्यवस्था और नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई पर केंद्रित रहा। पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ता घर-घर जाकर प्रधानमंत्री मोदी की योजनाओं और केंद्रीय योजनाओं की जानकारी जनता तक पहुंचा रहे हैं।

कांग्रेस की हालत पतली, संगठनात्मक बिखराव भारी पड़ा

कांग्रेस, जो कभी पंजाब की राजनीति की धुरी हुआ करती थी, इस उपचुनाव में बिखरी हुई नजर आ रही है। स्थानीय स्तर पर गुटबाजी, बड़े नेताओं की अनुपस्थिति और प्रचार अभियान की ढिलाई ने पार्टी की स्थिति को कमजोर कर दिया है। कांग्रेस में एकजुटता देखने के लिए पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आना पड़ा। वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार भारत भूषण आशु मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उनके इलाके में अहंकारी व्यवहार के कारण लोगों के बीच उनका माहौल खराब नजर आ रहा है। ख़ासकर प्रवासी मजदूरों में उन्होंने कांग्रेस से दूरी बना ली है, जिसका फायदा बीजेपी और आप को हो रहा है। इसके अलावा पार्टी के कई स्थानीय नेता आम आदमी पार्टी या बीजेपी के उम्मीदवारों के साथ देखे गए, जिससे कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है।

मुद्दों की लड़ाई या राजनीतिक अस्तित्व की परीक्षा?

लुधियाना वेस्ट का यह उपचुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि यह पंजाब में मौजूदा सरकार की लोकप्रियता का टेस्ट है। राज्य में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिले 3 साल हो चुके हैं, लेकिन अब तक की नीतियों और फैसलों पर जनता की राय इस चुनाव में झलकने वाली है। वहीं बीजेपी के लिए यह सीट एक रणनीतिक दरवाज़ा है जिससे वो पंजाब में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही है।

सोशल मीडिया पर भी जारी है घमासान

चुनाव प्रचार सिर्फ गलियों और सभाओं में नहीं, सोशल मीडिया पर भी पूरी ताकत से लड़ा जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने ‘आपकी सरकार, आप का विधायक’ थीम पर प्रचार किया है, जबकि बीजेपी ने ‘झूठ की दुकान बंद करो’ जैसे नारे के साथ आम आदमी पार्टी पर हमला बोला है।

क्या कहता है जनता का मूड?

ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार लुधियाना वेस्ट की जनता मुख्य रूप से आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच बंटी हुई नजर आ रही है। युवाओं और महिलाओं में AAP के प्रति विश्वास है, खासकर मुफ्त बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर। वहीं, व्यापारी वर्ग आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा के साथ नजर आ रहे हैं। तो वहीं हिन्दू वोटर खासकर प्रवासी मजदूर बीजेपी की नीतियों से प्रभावित हैं और उनके साथ जाने के संकेत दे रहे हैं। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान लुधियाना वेस्ट सीट पर बीजेपी को बढ़त मिली थी।

नतीजे से तय होगा राजनीतिक समीकरण

लुधियाना वेस्ट उपचुनाव का नतीजा सिर्फ एक विधायक तय नहीं करेगा, बल्कि यह बताएगा कि आम आदमी पार्टी का जादू अभी पंजाब में बरकरार है या बीजेपी अपने नए जनाधार के साथ आगे बढ़ रही है। वहीं कांग्रेस के लिए यह चुनाव संगठन को फिर से खड़ा करने का अंतिम मौका हो सकता है। लुधियाना वेस्ट का उपचुनाव एक सीट से कहीं ज्यादा राजनीतिक अर्थ रखता है। यहां टकराव केवल उम्मीदवारों का नहीं, बल्कि दो अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराओं का भी है। नतीजे जो भी हों, यह तय है कि पंजाब की सियासत में एक नई लकीर खिंचने वाली है।

First published on: Jun 17, 2025 12:36 PM

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